सोशल मीडिया पर दोस्ती कर देहरादून की 25 साल की शिक्षिका और मेरठ के 16 वर्षीय किशोर ने उम्र के बारे में सोचे बिना सात जन्मों का बंधन बांध लिया। किशोर के परिजनों का आरोप है कि शिक्षिका ने फर्जी कागजात तैयार कराकर गाजियाबाद में शादी की।परिजन किशोर को ढूंढने और शिक्षिका पर कार्रवाई के लिए थाने के चक्कर लगा रहे हैं। मामले में एडीजी ने जांच का आदेश दिया है। अब किशोर के आयु प्रमाण-पत्र शिक्षिका और किशोर का भविष्य तय करेंगे।थाना लिसाड़ी गेट क्षेत्र में रहने वाले परिजनों ने बताया कि उनके नाबालिग बेटे की कुछ माह पूर्व देहरादून की रहने वाली युवती से सोशल मीडिया पर दोस्ती हुई। युवती देहरादून के एक स्कूल में शिक्षिका है। दोनों ने एक दूसरे को मोबाइल नंबर दिया और बातचीत करने लगे। इस बीच दोनों की दोस्ती प्यार में तब्दील हो गई। करीब 10 दिन पहले युवती कार लेकर मेरठ आई और किशोर को अपने साथ ले गई।दोनों के गाजियाबाद में शादी करने की जानकारी परिजनों को हुई तो उन्होंने मैरिज रजिस्ट्रेशन निरस्त कराने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी। रजिस्ट्रेशन निरस्त कराने के लिए किशोर के शैक्षिक प्रमाण पत्र मांगे गए। परिजन किशोर के स्कूल पहुंचे तो स्कूल प्रशासन ने पुलिस-प्रशासन के बिना आदेश के टीसी और अन्य दस्तावेज देने से मना कर दिया। परिजनों की कहीं सुनवाई नहीं हुई तो इस मामले की शिकायत मेरठ एडीजी से की गई।एडीजी ध्रुवकांत ठाकुर ने लिसाड़ी गेट पुलिस को कार्रवाई के लिए निर्देश दिया है। इसके बाद थाना पुलिस जांच में जुट गई है।