दसवीं के छात्र ने तीसरी मंजिल से कूद कर दी अपनी जान, स्कूल बैग में गंदी चीज मिलने से था दुखी
एक खबर राजस्थान के कोटा जिले से आ रही हैं, जहां रात एक नहीं बल्कि दो छात्रों ने सुसाइड किया। पहला सुसाइड नीट के स्टूडेंट ने किया तो दूसरा सुसाइड एक दसवीं में पढ़ने वाले छात्र ने किया। किशोर कई दिनों से तनाव में चल रहा था और उसने परिवार की गैर मौजूदगी में घर की छत से चलांग लगा दी। यह घटना आरके पुरम थाना क्षेत्र की है।
किसी छात्र में बैग में रख दी थी वो गंदी चीज
पुलिस ने बताया 16 साल का भावेश, काल भैरव बादल सामुदायिक भवन के नजदीक रहता था। कुछ दिन पहले उसे स्कूल से निकाल दिया गया था परिवार वालों को पता चला था कि किसी ने उसके बैग में तंबाकू और सिगरेट रख दी थी जिसकी वजह से मैनेजमेंट ने छात्र को निकाल दिया था। हालांकि परिवार वालों की लाख मिन्नत करने पर भी पिछले दिनों बच्चों को परीक्षा देने के लिए अलाउ कर दिया गया था लेकिन इसके बाद भी उसका स्कूल जाना बंद कर दिया गया था।
गलती नहीं कि फिर भी परिवार से मांगी थी माफी
भावेश के पिता रविंद्र ने पुलिस को बताया कि उनके बेटे ने इसकी माफी भी मांग ली थी जबकि यह गलती उसकी नहीं थी। किसी छात्र ने उसके बैग में जानबूझकर यह सब रख दिया था क्योंकि वह ना तंबाकू खाता है और ना वह स्मोकिंग करता था। उसे जानबूझकर किसी ने फंसाया था। बच्चा खेलने और पढ़ने में भी काफी होशियार था। उसके पास 20 से भी ज्यादा मैडल थे फिर भी स्कूल ने उसे निकाल दिया जबकि यह गलती जुर्माना लगाकर माफ की जा सकती थी।
पढ़ने में बेहद होशियार था भावेश
भावेश के पिता रविंद्र मेडिकल कॉलेज में रेडियोग्राफर है। उन्होंने दोपहर में जब अपने बच्चों का अंतिम संस्कार किया तो रो-रो कर उनका बुरा हाल हो गया। शमशान घाट के बाहर ही बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे पिता रविंद्र का कहना था कि मेरा बेटा बहुत होशियार था। उसे कई मेडल भी मिले थे लेकिन स्कूल वालों की जिसने उसे ऐसा करने पर मजबूर कर दिया। पुलिस वालों ने कहा कि फिलहाल कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। स्कूल प्रबंधन के खिलाफ नियम के अनुसार कार्रवाई की जा रही है।