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देहरादून टिहरी के कैंपिटी क्षेत्र में नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में एक नया अपडेट सामने आया है। बताया जा रहा है कि अब मृतक नवजात के डीएनए सैंपल से उसके जैविक पिता के बारे में पता लगाया जाएगा। इस मामले में फरार चल रहे दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है।
पुलिस का कहना है कि किशोरी के गर्भवती होने के बाद एक आरोपी गुजरात चला गया। ऐसे में पुलिस की टीम गिरफ्तारी के लिए गुजरात गई है। पुलिस आरोपी जवान की भी तलाश कर रही है। जिला अस्पताल कोरोनेशन में भर्ती दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग को मंगलवार को डिस्चार्ज कर दिया गया।
जन संपर्क अधिकारी प्रमोद पंवार ने बताया कि चिकित्सकों के अनुसार किशोरी का स्वास्थ्य अब सामान्य हो गया था। जिसके चलते कुछ दवाएं एवं परहेज बताकर उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। इस मामले में पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने नाराजगी जताई थी।
कैम्प्टी थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी 17 वर्षीय किशोरी ने बीते 13 सितंबर को देहरादून के एक अस्पताल में एक नवजात को जन्म दिया। इसकी सूचना जब देहरादून पुलिस को दी गई तो उन्होंने इस मामले में अपनी एक टीम अस्पताल में भेजी
जांच में पीड़िता के परिवार वालों ने बताया कि दो लोगों ने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। एक का नाम नरेश है जो निवासी ग्राम खसौसी नैनबाग और नीतेश नौटियाल निवासी ग्राम मरोड़ नैनबाग के खिलाफ कैम्प्टी शामिल हैं। इनमें से नीतेश नौटियाल उत्तराखंड पुलिस में सिपाही के पद पर कार्यरत है, जिसकी नियुक्ति अभी हरिद्वार जिले में है। थानाध्यक्ष का कहना है कि नवजात के डीएनए सैंपल को ले लिया गया है और आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
मृतक नवजात के डीएनए सैंपल को ले लेने के बाद अब दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उनके डीएनए सैंपल भी लिए जाएंगे। इसके बाद स्पष्ट हो पाएगा कि आखिर का किशोरी ने जिस बच्चे को जन्म दिया उसका जैविक पिता कौन है? पुलिस की मानें तो सात माह पहले दोनों आरोपित किशोरी के संपर्क में थे।