उत्तराखण्ड के हवाई अड्डों को मिलेगी नई उड़ान, मुख्यमंत्री धामी ने उड्डयन मंत्री से रखीं विकास की मांगें
दिल्ली में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू से मुलाकात की। बातचीत में उत्तराखण्ड के हवाई अड्डों को लेकर कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंतनगर एयरपोर्ट की रनवे को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने 524.78 एकड़ ज़मीन एयरपोर्ट अथॉरिटी को दे दी है और अब वहां का मास्टर प्लान भी तैयार हो चुका है। उन्होंने मांग की कि अब काम में देरी ना हो और जल्द शुरूआत की जाए।
मुख्यमंत्री ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट के विस्तार की बात उठाई और कहा कि रात के वक्त भी उड़ानों का संचालन बढ़ाया जाए ताकि ज्यादा लोग इसका फायदा उठा सकें। इसके साथ ही उन्होंने पिथौरागढ़ के नैनी सैनी एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए नियमित फ्लाइट शुरू करने की अपील की और कहा कि इससे स्थानीय लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने ये भी कहा कि अगर पिथौरागढ़ से धारचूला और मुनस्यारी तक हवाई सेवा शुरू होती है तो सफर आसान हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने ये भी सुझाव दिया कि नैनी सैनी एयरपोर्ट पर रात में भी फ्लाइट्स चलें इसके लिए जरूरी सुविधाएं बढ़ाई जाएं। उनका कहना था कि पिथौरागढ़ दूर-दराज का इलाका है और तिब्बत-नेपाल बॉर्डर से सटा हुआ है, इसलिए यहां एयर कनेक्टिविटी होना जरूरी है।
इसके साथ ही उन्होंने देहरादून, पिथौरागढ़ और पंतनगर एयरपोर्ट पर ‘हाउस ऑफ हिमालय’ नाम से स्टॉल लगाने की बात कही ताकि वहां के लोकल प्रोडक्ट्स को बढ़ावा मिल सके। मुख्यमंत्री ने देहरादून से हल्द्वानी, पंतनगर और नागपुर तक सीधी उड़ानें शुरू करने का भी प्रस्ताव रखा। उन्होंने देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने की जरूरत पर भी ज़ोर दिया।
चिन्यालीसौड़ और गौचर हवाई पट्टियों को लेकर भी उन्होंने मंत्री से कहा कि वहां से जल्द उड़ान सेवाएं शुरू होनी चाहिए। मंत्री राममोहन नायडू ने मुख्यमंत्री को भरोसा दिलाया कि सभी मांगों पर सकारात्मक तरीके से काम होगा।