अल्मोड़ा: जीआईसी गोविंदपुर का चौथा स्थापना दिवस मनाया गया
अल्मोड़ा: जीआईसी गोविंदपुर का चतुर्थ वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया इस र्कायकम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाचार्य जीसी पाण्डेय ने की जबकि मुख्य अतिथि बबिता भाकुनी, विशिष्ट अतिथि के रुप मे पूर्व प्रधानाचार्य पीएस होलरिया, गोपाल खोलिया, पूर्व प्रधानाचार्य मदन मोहन वर्मा व जगदीश चन्द्र जोशी रहे।
कार्यकम में रंगारंग सास्कृतिक कार्यक्रम की मनमोहक प्रस्तुति प्रस्तुत की गयी। मुख्य अतिथि द्वारा विद्यालय के सुरक्षा दीवार व मंच निर्माण की घोषणा की गयी। विद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य द्वारा सर्वोच्च अंक प्राप्त 95 छात्र/छात्राओं को पुरस्कृत किया गया, विद्यालय स्तर पर भी छात्र/छात्राओं को को विभिन्न श्रेणी में पुरस्कृत किया गया जिसमे मीनाक्षी बिष्ट को श्रेष्ठ छात्रा, शत प्रतिशत उपस्थिति में हिमानी व भूमिका जोशी तथा परिषदीय परीक्षा में सर्वोच्च अंक के लिये भावना जोशी को पुरस्कृत किया गया।
प्रधानाचार्य घनश्याम पाण्डेय द्वारा विद्यालय की आख्या प्रस्तुत की, कार्यकम में जगदीश चन्द्र जोशी, महेश चन्द्र पंत एवं पुष्पा काण्डपाल द्वारा पांच-पांच हजार, अजीता ऐरी, पुष्कर सिंह भैसोड़ा तथा अन्य द्वारा नगद धनराशि प्रदान की गयी, विद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य मदन मोहन वर्मा द्वारा बच्चो को पुरस्कृत किया गया, इसके अतिरिक्त लगातार पांच वर्षों में परिषदीय परीक्षा में शत प्रतिशत रिजल्ट के लिए घनश्याम चन्द्र पाण्डेय व सरोजनी नबियाल एवं परिषदीय परीक्षा 2024 में शत प्रतिशत रिजल्ट के लिए लता नेगी, भगवती पोखरियाल, ममता बिष्ट, सविता जोशी, फातमा परवीन तथा अन्य श्रेणी में शालिनी तिवारी, गणेश सिंह रावत, मनोज कुमार जोशी, सुमन काण्डपाल, संचिता इस कार्यक्रम में यतेन्द्र प्रसाद पाण्डेय, डा. मेघना पंत का भी सम्मान किया गया। कार्यक्रम में जगदीश चन्द्र जोशी द्वारा अपने व्यक्तिगत खर्चे से स्कूल गेट निर्माण की घोषणा की गयी। सभा का संचालन श्रीमती लता नेगी, श्रीमती डा मेघना पंत, मनोज कुमार जोशी द्वारा किया गया। इस कार्यकम में पीटीए अध्यक्ष प्रताप सिंह भण्डारी, एसएमसी अध्यक्ष राजेश कुमार, बसंत भटट्, बृजेश डसिला, जीतेन्द्र पुनेठा, सुन्दर लाल, अजिता ऐरी, डोलू धोनी, हरीश चन्द्र तिवारी, सीएस पोखरियाल राजेन्द्र परिहार ललित प्रसाद हरीश चन्द्र कोहली पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख रमेश सिंह भाकुनी, गीता देवी आदि उपस्थित रहे ।