Welcome to the page
This is some content above the sticky footer ad.
अल्मोड़ा 7 अगस्त 2024- बुधवार को राज्य आंदोलनकारियों ने अल्मोड़ा के गांधी पार्क में धरना दिया।
इस दौरान राज्य आंदोलनकारियों ने सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए जल्द उनकी जायज मांगों पर कार्रवाई नहीं होने पर जनजागरण यात्रा निकालने का ऐलान किया है।
धरने के दौरान राज्य आंदोलनकारियों को 20 हजार रूपये मासिक पैंशन दिये जाने सहित विभिन्न मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री उत्तराखंड को प्रेसित किया।
इस अवसर पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि राज्य सरकार उत्तराखंड आंदोलकारियों की घोर उपेक्षा पर कर रही है जिसका उदाहरण है कि उन्हें दिये गये क्षैतिज आरक्षण के विधेयक को वर्षों से लंबित रखा गया है।
सरकार अपने कार्यकर्ताओं को तो लोकतंत्र सेनानी जैसे नये नये नाम देकर 20हजार मासिक पैंशन दे रही है, प्रतिवर्ष विधायकों के पैंशन भत्ते बढ़ा रही है किन्तु राज्य आंदोलनकारियों की पैंशन बढ़ाने सहित अन्य मांगों पर मौन है।
राज्य आंदोलनकारियों ने कहा कि गैरसैंण राजधानी के बिना राज्य का समग्र विकास संभव नहीं है इसलिए गैरसैंण को शीघ्र स्थाई राजधानी घोषित किया जाय, मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप आश्रितों को शीघ्र पैंशन दी जाय।
चिन्हीकरण से वंचित राज्य आंदोलनकारियों का चिन्हीकरण किया जाय तथा राज्य के विकास में राज्य आंदोलनकारियों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाय।
सभी ने एक स्वर में चेतावनी दी कि सरकार ने उनकी मांगों पर शीघ्र कार्यवाही नहीं की तो राज्य आंदोलनकारी जनजागरण यात्रा निकाल कर सरकार को जगाने के साथ साथ तथा राज्य आंदोलनकारियों को एकजुट कर बड़े आंदोलन की तैयारी करेंगे।
धरने में ब्रह्मा नन्द डालाकोटी, महेश परिहार, शिवराज बनौला, दौलत सिंह बगड्वाल, देवनाथ गोस्वामी, गोपाल सिंह बनौला, पूरन सिंह बनौला, बहादुर राम, पान सिंह फर्त्याल, कैलाश राम, सुशील चन्द्र, तारादत्त तिवारी, नवीन चन्द्र डालाकोटी, दिवान सिंह, ताराराम, कैलाश राम, मदनराम, सुंदर राम, रमेश सिंह कमला जोशी आदि सम्मिलित हुए।