अल्मोड़ा: सेवा विस्तार नहीं दिए जाने से आहत पिथौरागढ़ परिसर के दो व्याख्याता कुलपति कार्यालय में धरने में बैठे, परिसर प्रशासन पर द्वेषपूर्ण व्यवहार का आरोप
अल्मोड़ा: एलएसएम परिसर पिथौरागढ़ के प्रशासन पर षड़यंत्र के तहत सेवा विस्तार नहीं दिए जाने का आरोप लगाते हुए दो अतिथि व्याख्याता कुलपति कार्यालय में धरने पर बैठ गए हैं।
सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में शनिवार को पिथौरागढ़ स्थित लक्ष्मण सिंह महर परिसर में कार्यरत अतिथि व्याख्याताओं ने परिसर निदेशक के षड्यंत्र के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। प्रदर्शन कर रहे प्राध्यापकों में प्रकाश भट्ट, प्रिया जोशी रूप से शामिल रहे।
प्रदर्शनकारी प्राध्यापकों का आरोप है कि पिथौरागढ़ के परिसर निदेशक द्वेषपूर्ण व्यवहार और कुत्सित मानसिकता के साथ व्यक्तिगत रंजिश निकालते हुए उनकी सेवा का विस्तार नहीं किया गया, जबकि अन्य 51 अतिथि शिक्षकों को सेवा विस्तार दे दिया गया है।
प्राध्यापकों ने इसे मानसिक उत्पीड़न बताते हुए कहा कि उन्हें झूठे आरोपों में फंसाकर अलग-थलग किया गया है। धरना दे रहे व्याख्याताओं ने कुलपति से मांग की है कि उनके साथ किये गए दुर्व्यवहार और शारीरिक, मानसिक उत्पीड़न पर न्याय दिया जाय।
उनके अन्य शिक्षकों की भांति उनके साथ भी समान व्यवहार किया जाए और उनके सेवा विस्तार की प्रक्रिया तत्काल प्रभाव से बहाल की जाए। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांग पर शीघ्र संज्ञान नहीं लिया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जायेगा।
इधर, शिक्षा में चल रहे गतिरोध के खिलाफ प्राध्यापकों के आंदोलन को समर्थन भी मिल रहा है। तमाम जनसंगठनों के लोगों एवं छात्र नेताओं ने भी अपना समर्थन दिया है ।
जानकारी के बाद मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से रजिस्ट्रार डॉ देवेंद्र सिंह बिष्ट, विश्वविद्यालय क्रीड़ा अधिकारी लियाकत अली, गर्ल्स हॉस्टल प्रभारी डॉ शाक्षी आदि ने उनसे वार्ता कर मामले में कुलपति के सामने तथ्यों को रखने का आश्वासन दिया। दोनों व्याख्याताओं ने न्याय मिलने तक आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है।