Welcome to the page
This is some content above the sticky footer ad.
योगी आदित्यनाथ सरकार ने शुक्रवार को राज्य राजधानी क्षेत्र के गठन में अन्य जिलों में शामिल करने की अधिसूचना जारी की है। ताकि लखनऊ में भीड़भाड़ ज्यादा ना हो और इसके अलावा राज्य की राजधानी और उसके आसपास के जिलों में संतुलित शहरी विकास को बढ़ावा दिया जा सके।
यूपीएससीआर में छह जिले शामिल हैं, जिनका कुल क्षेत्रफल 27,860 वर्ग किलोमीटर है।
इसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री और उपाध्यक्ष मुख्य सचिव हैं। राज्य सरकार का कहना है कि यूपीएसआरसी के अधिकार क्षेत्र में लखनऊ ,हरदोई, सीतापुर, रायबरेली, उन्नाव और बाराबंकी 6 जिले शामिल होंगे।
निवेश अंतर को रोकना लक्ष्य
फरवरी 2023 में उत्तर प्रदेश वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन (जीआईएस) में लखनऊ को 6.79% निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, लेकिन इसके आस-पास के जिलों को केवल 3.77% प्रस्ताव ही मिले।
यह निवेश संतुलन इसलिए है क्योंकि राज्य की राजधानी में उन जिलों की तुलना में कहीं बेहतर बुनियादी ढांचा और नागरिक सुविधाएं हैं। इस असंतुलन को रोकने के लिए अन्य जिलों को भी राजधानी क्षेत्र में शामिल किया जाना जरूरी है।
यूपीएससीआर के सदस्य
मुख्यमंत्री: अध्यक्ष
मुख्य सचिव: उपाध्यक्ष
सीईओ: अतिरिक्त मुख्य सचिव, आवास एवं शहरी नियोजन विभाग
पदेन सदस्य: वित्त, विधि, राजस्व, नियोजन, शहरी विकास, औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास एवं अन्य विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव
लखनऊ एवं अयोध्या के मंडलायुक्त
लखनऊ, हरदोई, सीतापुर, उन्नाव, रायबरेली, बाराबंकी के डीएमयू
पी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के एमडी