बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2024 25 में तीसरे टेस्ट के बाद भारत के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। ब्रिस्बेन टेस्ट का पांचवा दिन खराब रोशनी के कारण रोक दिया गया। इसके बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई जिसमें रविचंद्रन अश्विन और कप्तान रोहित शर्मा एक साथ मीडिया के सामने आए।2010 - 2024 An Illustrious international career that's etched in the history of Cricket! Thank you, Ashwin! 👑 #99Forever #WhistlePodu 🇮🇳 pic.twitter.com/e5z8QsFzov— Chennai Super Kings (@ChennaiIPL) December 18, 2024इस दौरान अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच से अपने रिटायरमेंट की घोषणा कर दी। अश्विन के प्रदर्शन को भारतीय फैंस हमेशा याद रखेंगे लेकिन उनके क्रिकेट करियर में उनके तीन किस्सों को हमेशा याद किया जाएगा। जब भी क्रिकेट प्रेमियों को यह लम्हे याद आएंगे तो हमेशा रविचंद्रन अश्विन हमेशा याद किए जाएंगे।चैंपियंस ट्रॉफी 2013 फाइनल ओवरचैंपियंस ट्रॉफी 2013 का आयोजन इंग्लैंड में किया गया था यहां पर फाइनल में भारत और इंग्लैंड के बीच मुकाबला हुआ। फाइनल में बारिश के कारण 50 ओवर के मैच को 20-20 ओवर का कर दिया गया। इसमें भारत ने पहले बल्लेबाजी की और 20 ओवर में 129 रन बनाए इसके बाद इंग्लैंड बल्लेबाजों को ₹130 रन बनाने थे। रनों को बनाते हुए इंग्लैंड ने 19 ओवर में 115 रन बना लिए थे। उस समय भारतीय क्रिकेट टीम में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अंतिम ओवर फेंकने के लिए रविचंद्रन अश्विन को बुलाया।भारत को जीतने के लिए अंतिम ओवर में 14 रन बचाने थे और इसकी सारी जिम्मेदारी अश्विन पर थी। फाइनल मुकाबले में अश्विन ने अपने प्रतिभा का प्रदर्शन दिखाया और 9 रन ही केवल इंग्लैंड के बल्लेबाजों को बनाने दिया और भारत ने यह मुकाबला पांच रन से जीत लिया। आज भी अश्विन के इस फाइनल ओवर को फैंस याद करते हैं।सिडनी टेस्ट ड्रॉजब-जब बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी की बात आती है तो सिडनी टेस्ट 2021 की भी चर्चा की जाती है। यह मैच भारत ने जीता नहीं था, लेकिन यह सिडनी टेस्ट भारत के लिए किसी जीत से कम भी नहीं था। दरअसल, भारत को सिडनी टेस्ट जीतने के लिए 407 रन का लक्ष्य मिला था, लेकिन टीम इंडिया ने 272 पर अपने पांच विकेट गंवा दिए थे, इसके पास सबको उम्मीद थी कि भारत मुकाबले को आसानी से जीत लेगा लेकिन अंतिम दिन हनुमा विहारी के पैर में खींचाव आ गया, जिसके बाद भारतीय टीम ने इस मैच को ड्रॉ के लिए खेला।https://twitter.com/i/status/1836711785140752576खास बात तो यह है कि इस मैच को ड्रॉ करवाने के लिए हनुमा विहारी ने 161 गेंदों का सामना किया तो वहीं रविचंद्रन अश्विन ने भी 128 गेंदें खेलीं। अश्विन की इस पारी की सबसे खास बात यह रही कि इनमें से अधिकांश गेंदें उनके शरीर पर जाकर लग रही थीं, इसके बावजूद वह क्रीज पर खड़े रहे और टेस्ट मैच को ड्रॉ करवाकर ही पवेलियन लौटे। सिडनी टेस्ट मैच के लिए आज भी अश्विन की बल्लेबाजी की जमकर तारीफ की जाती है।टी20 वर्ल्ड कप 2022 में नवाज की गेंद छोड़नाभारत और पाकिस्तान के बीच का मैच हमेशा हाई वोल्टेज रहता है भारत और पाकिस्तान सिर्फ आईसीसी इवेंट में आपस में लड़ते हुए दिखाई देते हैं। ऐसे में T20 वर्ल्ड कप 2022 में भी ऐसा ही कुछ हुआ था इस मैच में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी की और 20 ओवर में अच्छे विकेट होकर 159 रन बनाए थे 160 रन का पीछा करते हुए भारत एक समय पर 31 रन पर चार विकेट खो चुका था। इसके बाद विराट कोहली और हार्दिक पांड्या ने मिलकर भारतीय पारी को संभाला और भारत को जीत की दहलीज पर पहुंचा।इस मैच में पाकिस्तानी तेज गेंदबाज हरीश राव की गेंद पर विराट कोहली का सिक्स हर किसी को याद है। लेकिन इसी मैच में रवि चंद्र अश्विन का नवाज की गेंद छोड़ना भारतीय फैंस याद करते हैं। दरअसल, भारत को यह मुकाबला जीतने के लिए अंतिम गेंद पर दो रन की दरकार होती है और इस समय क्रीज पर रविचंद्रन अश्विन बल्लेबाजी के लिए मैदान पर आते हैं।पारी की आखरी गेंद फेंक रहे नवाज वाइड फेंक देते हैं। इसमें खास यह था कि यह बॉल मिडिल-लेग पर स्टंप पर गिरी थी और अश्विन ने इसपर कोई शॉट नहीं खेला और यह लेग स्टंप के बाहर चली गई, जिसके बाद अंपायर ने इस बॉल को वाइड दे दिया।अश्विन ने यहां पर अपनी समझदारी का उपयोग किया। इसके बाद अंतिम गेंद पर अश्विन ने कवर के ऊपर से मारकर एक रन दौड़कर ले लिया और भारत ने यह मुकाबला अश्विन की चतुराई से चार विकेट से जीत लिया। मैच के बाद अश्विन ने इस गेंद के बारे में कहा था कि अगर यह गेम उनके पैर पर लग जाती तो वह ड्रेसिंग रूम आते ही संन्यास ले लेते हालांकि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ और भारत ने यह मुकाबला जीत लिया था।