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ऑटो ड्राइवर ने अपनी गाड़ी में लगाई थी बच्ची की तस्वीर, एक पैसेंजर देख बोला यह तो मेरी बच्ची है, 3 साल पहले, फिर जमकर हुआ बवाल

01:55 PM Aug 06, 2024 IST | Smriti Nigam
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झारखंड के जमशेदपुर में 30 जुलाई को एक ऐसी घटना घटी जिस पर यकीन करना भी नामुमकिन सा लग रहा है। यहां एक शख्स ने घर जाने के लिए ऑटो रिक्शा बुक किया। शख्स जैसे ही ऑटो में बैठा उसे वहां एक बच्ची की फोटो दिखाई दी। शख्स बच्चों की फोटो दिखाई दी।

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शख्स बच्ची की फोटो देखकर चौंक गया। उसने ऑटो ड्राइवर से पूछा यह बच्ची कौन है? तो उसने कहा यह मेरी भांजी है तो वह शख्स बोला नहीं तुम झूठ बोल रहे हो ये मेरी बेटी है। इसके बाद दोनों के बीच जमकर विवाद हुआ। अब मामला पुलिस तक जा पहुंचा है।

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बताया जा रहा है कि 3 साल पहले अविनाश प्रसाद की पत्नी संगीता ने यही के नर्सिंग होम में जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था तब नर्सिंग होम वालों ने बताया था कि जुड़वा बच्चों में से एक लड़का ही जिंदा है। लड़की की मौत हो गई है। पर तब नर्सिंग होम वालों की बात पर यकीन कर लिया लेकिन अब जब अविनाश ने ऑटो में बच्ची की तस्वीर देखी तो उसने दावा किया कि ये उसकी की बेटी है। नर्सिंग होम वालों पर बच्ची बेचने का आरोप लगाया।

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अविनाश का कहना है की बच्ची की शक्ल बिल्कुल उसके बच्चे की तरह है। मामले में संगीता मौर्य सिदगोड़ा थाने में शिकायत की है। दंपति डीएनए टेस्ट करवाने की भी मांग कर रहा है। पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुट गई है।
अविनाश की बीवी ने पुलिस से कहा कि मैं सिदगोड़ा मिथिला कॉलोनी की निवासी हूं। साल 2020 में गर्भवती हुई थी और उसे वहीं के एक नर्सिंग होम में 7 जनवरी 2021 को डिलीवरी हुई। पहले एक बेटा पैदा हुआ और फिर एक बेटी तब अस्पताल वालों ने कहा की बेटी मृत है फिर हमने बेटी का शव मांगा लेकिन उन्होंने नहीं दिया फिर हमें लगा शायद ऐसा ही हुआ होगा इसके बाद हम बेटे को लेकर घर चले आए।

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संगीता ने कहा- मेरे पति अविनाश 30 जुलाई 2024 को बारीडीह चौक पर खड़े थे। उन्होंने घर आने के लिए ऑटो बुक किया। ऑटो में एक बच्ची की तस्वीर लगी थी जो हूबहू उनके बेटे की तरह थी। जब तस्वीर के बारे में पूछा तो ऑटो वाले ने बताया कि यह उसकी भांजी है।

उसके बाद अविनाश को संदेह हुआ कि यह उसकी जुड़वां बच्ची है, जिसे मृत बताया गया था। जब उसने ऑटो चालक से कहा कि यह उसकी जुड़वां बच्ची है तो ऑटो चालक बहस करके वहां से चला गया। बाद में उसने अपने ऑटो से बच्ची की तस्वीर भी हटा दी। हमें पूरा शक है कि अस्पताल वालों ने हमारी बेटी को बेच दिया था। हम चाहते हैं कि उस बच्ची का डीएनए टेस्ट करवाया जाए। वो हमारी हीबेटी है। हमें वो वापस चाहिए।

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