चंडीगढ़ में मेयर चुनाव में गठबंधन प्रत्याशी प्रेमलता को झटका लगा है। मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने गठबंधन किया था जिसके बाद भी उनकी हार हुई और भाजपा प्रत्याशी हरप्रीत कौर बबला की जीत हुई है।
भाजपा अकेले चुनाव में मैदान में उतरी थी और मेयर के लिए हरप्रीत कौर बबला को उम्मीदवार बनाया था। मेयर चुनाव में कांग्रेस और आप के तीनों पार्षद ने क्रॉस वोटिंग की थी। बताया जा रहा है कि हाई कोर्ट के रिटायर्ड जय श्री ठाकुर की निगरानी में यह चुनाव किया गया था और डॉक्टर बेदी प्रिजाइडिंग ऑफिसर रहे।
उधर पहले जहां गुप्त मतदान की बात सामने आई थी लेकिन बाद में बैलट के जरिए यह चुनाव किया गया था। आम आदमी पार्टी की मेयर पद की उम्मीदवार प्रेमलता को केवल 17 वोट मिले जबकि भाजपा की उम्मीदवार हरप्रीत कौर को 19 वोट मिले।
मेयर चुनाव जीती हरप्रीत के बेटे ने कहा कि बीते एक साल से चंडीगढ़ में कोई काम नहीं हुआ है लेकिन अब वह काफी खुश है। उन्होंने कहा कि पंजाब से मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने भी उन्हें बधाई दी है।
बताया जा रहा है कि नगर निगम के मेयर पद के लिए चुनाव को लेकर गुरुवार को 11:30 बजे चुनाव किए गए थे सबसे पहले चंडीगढ़ के सांसद मनीष तिवारी ने वोट डाला और एक-एक करके वार्ल्ड के सभी पार्षदों ने वोट डाले। 2 दिन पहले ही कांग्रेस से भाजपा में आए पार्षद गुरबख्श सिंह रावत ने भी वोट डाला। हालांकि वह घड़ी पहनकर जा रहे थे लेकिन विपक्षियों के विरुद्ध जताने पर उन्होंने अपनी घड़ी उतारी इस पूरे चुनाव की वीडियोग्राफी भी की गई।
किसके पास कितने वोट थे
चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी के पास 13 वोट थे, जबकि भाजपा के पास 16 और कांग्रेस के पास छह पार्षद थे। एक वोट सांसद का रहता है। कुल 36 वोटों में से 19 भाजपा के खाते में गए हैं और कांग्रेस आप गठबंधन को 17 वोटों से संतोष करना पड़ा है। क्रॉस वोटिंग में कुछ विपक्षियों ने भाजपा को वोट दिया है।