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चारधाम यात्रा 2025: 30 अप्रैल से होगी भव्य शुरुआत, बद्रीनाथ में बर्फबारी, जानिए क्या हैं इस बार यात्रा से जुड़े नए नियम और सुविधाएं

02:12 PM Mar 20, 2025 IST | उत्तरा न्यूज टीम
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चारधाम यात्रा 2025 की पवित्र शुरुआत इस वर्ष 30 अप्रैल से होने जा रही है। हर साल लाखों श्रद्धालु उत्तराखंड के पवित्र धामों बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के दर्शन के लिए आते हैं, और इस बार भी यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए प्रशासन ने विशेष तैयारियां की हैं। यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को शानदार प्राकृतिक नजारों के साथ-साथ बेहतर सुविधाएं भी मिलेंगी।

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इस बार यात्रा की शुरुआत केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ होगी और इसके बाद बद्रीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोले जाएंगे। बद्रीनाथ धाम में हाल ही में हुई भारी बर्फबारी के कारण मंदिर पूरी तरह बर्फ की चादर से ढक चुका है, जिससे इस बार यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को बर्फ से ढके मंदिर का दिव्य और अद्भुत दृश्य देखने को मिलेगा। हालांकि, प्रशासन द्वारा लगातार मंदिर परिसर और रास्तों से बर्फ हटाने का कार्य किया जा रहा है, ताकि तीर्थयात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचने के लिए प्रशासन ने ऑनलाइन और ऑफलाइन पंजीकरण व्यवस्था लागू की है। श्रद्धालु उत्तराखंड सरकार की आधिकारिक वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर जाकर अपना पंजीकरण करा सकते हैं। इसके साथ ही हरिद्वार और ऋषिकेश में भी ऑफलाइन पंजीकरण केंद्र स्थापित किए गए हैं। हेलीकॉप्टर सेवा से यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया गया है, बिना पंजीकरण के हेलीकॉप्टर टिकट बुक नहीं किए जा सकेंगे।

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चारधाम यात्रा के दौरान वाहनों के सुचारू संचालन और भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशासन ने ग्रीन कार्ड व्यवस्था लागू की है। आरटीओ विभाग के अनुसार, चारधाम यात्रा में शामिल होने वाले सभी व्यावसायिक वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड अनिवार्य होगा, जो कि एक महीने पहले ही जारी कर दिया जाएगा। बिना ग्रीन कार्ड के किसी भी कमर्शियल वाहन को यात्रा मार्ग में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। वहीं बसों के संचालन के लिए यूनियन से बातचीत कर रोटेशन सिस्टम लागू किया गया है, जिससे यात्रा के दौरान परिवहन व्यवस्था सुचारू बनी रहे।

इस बार चारधाम यात्रा का अनुभव और भी खास होने वाला है, क्योंकि बद्रीनाथ धाम में चारों ओर जमी बर्फ श्रद्धालुओं को एक अलौकिक और दिव्य अनुभव कराएगी। प्रशासन श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए हर संभव प्रयास कर रहा है, ताकि सभी भक्त बिना किसी परेशानी के चारधाम यात्रा का आनंद उठा सकें।

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