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उत्तराखंड के चमोली जिले में भारी बारिश ने खूब कहर बरपाया है, और कई जगह बादल फटने से तबाही मची है। चमोली जिले के थराली में पिंडर नदी के तेज बहाव में 200 साल पुराना शिव मंदिर बह गया। वहीं भारी बारिश के कारण देवाल में हरनी-बोरागाड़ गदेरे पर बना स्टील गार्डर पैदल टूट गया।
जिले में बीते रात हुई भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। वहीं लगातार बारिश होने से हाईवे जगह-जगह बाधित हो गए, जिससे आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई। ऋषिकेश बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग नंदप्रयाग, छीनका,गुलाबकोटी, पगलानाला व कंचनगंगा के समीप मलबा आने से बाधित हो गया।
वहीं थराली में पिंडर नदी के तेज बहाव में 200 साल पुराना शिव मंदिर बह गया। वहीं देवाल ब्लॉक के हरनी-बोरागाड़ गदेरे पर बना स्टील गार्डर पैदल टूट गया। वहीं टिहरी में बादल फटने से बूढ़ाकेदार क्षेत्र के गेन्वाली गांव में भूस्खलन से स्कूल भवन को नुकसान पहुंचा है।
चमोली जिले में ज्योर्तिमठ में सिंहधार वार्ड में लोगों के घरों में नाले का पानी घुस गया। जिससे लोग रात भर सो नहीं पाए। इससे पूर्व भी यहां जगह-जगह पैदल मार्ग धंसने लगे थे। जिसके बाद लोगों के घर में पानी भरना शुरू हो गया है। चमोली जनपद के पिंडर क्षेत्र में भी बारिश का कहर देखने को मिला है। भारी बारिश से पिंडर नदी व प्राणमाती नदी का जलस्तर बढ़ गया है। जलस्तर बढ़ने से नदी किनारे रह रहे लोगों को प्रशासन ने देर रात ही सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। बारिश होने से थराली गांव में 200 साल पुराना शिव मंदिर बह गया।