अभी अभी
उत्तराखंड | नैनीतालहरिद्धारसोमेश्वररूद्रप्रयागरामनगरभतरोजखानबेरीनागबेतालघाटबागेश्वरपौड़ी गढ़वालपिथौरागढ़हरिद्वारहल्द्धानीदेहरादूनअल्मोड़ाताड़ीखेतचम्पावतऊधम सिंह नगरउत्तरकाशी
जॉब अलर्ट
देश | हिमांचल प्रदेश
दुनिया
Advertisement

सीएम धामी ने लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी को उत्तराखण्ड लोक सम्मान से नवाजा

10:01 PM Aug 12, 2024 IST | Newsdesk Uttranews
Advertisement

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को हरिद्वार रोड स्थित संस्कृति प्रेक्षागृह में प्रसिद्ध लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी के जन्मदिन पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। इस मौके पर, लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी की रचनाओं पर लिखी गई पुस्तक "कल फिर जब सुबह होगी" का विमोचन किया गया।

Advertisement


मुख्यमंत्री ने नरेंद्र सिंह नेगी को उत्तराखण्ड लोक सम्मान से सम्मानित किया और उन्हें 2.51 लाख रुपये का चेक भेंट किया। साथ ही, उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने नेगी को हिमालय जैसा अडिग और महान व्यक्तित्व बताते हुए उनके गीतों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि नेगी के गीत हमारे परिवेश और पहाड़ की चुनौतियों को उजागर करते हैं, और ये गीत हमें अपनी समृद्ध परंपराओं और लोक संस्कृति से जोड़ते हैं।

Advertisement


मुख्यमंत्री ने कहा कि नरेंद्र सिंह नेगी के गीतों ने हमारी लोक संस्कृति को पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ाने में मदद की है और युवाओं को प्रेरित किया है। उन्होंने नेगी को पहाड़ की आवाज बताते हुए उनके लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना की।

Advertisement


इस अवसर पर, मुख्यमंत्री ने पुस्तक के लेखक ललित मोहन रयाल की सराहना की और कहा कि यह पुस्तक भावी पीढ़ी के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। नरेंद्र सिंह नेगी ने भी मुख्यमंत्री के लोक संस्कृति के प्रति प्रेम और ललित मोहन रयाल के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने पहाड़ों से पलायन रोकने पर लिखा अपना प्रसिद्ध गीत "ठंडो रे ठंडो" गाकर लोगों को अपनी लोक संस्कृति से जोड़ने का प्रयास किया।

Advertisement


कार्यक्रम में मुख्य सचिव राधा रतूडी, दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल, पूर्व पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूडी, साहित्यकार नंद किशोर हटवाल, दिनेश सेमवाल, सचिदानंद भारती,गणेश कुकशाल गणी सहित अन्य साहित्यकार और लोक संस्कृति से जुड़े लोग मौजूद रहे।

Advertisement
Advertisement
Next Article