उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से चौंकाने वाला खुलासा सामने आ रहा है जिसमें बताया जा रहा है कि राजकीय मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर पर गंभीर आरोप लगे हैं। डॉक्टर अनिल राज मरीजों को निजी तौर पर देखते हैं और उनसे प्रतिदिन ₹7000 की दवा खरीदने को कहते हैं जबकि वही दवा अन्य मेडिकल स्टोर पर ₹1100 प्रतिदिन के हिसाब से उपलब्ध है। तिलहर के गांव महमदपुर निवासी रजनीश कुमार ने खुलासा किया है कि उनके पिता की तबियत हाल ही में बिगड़ गई थी। 15 दिन पहले उन्होंने राजकीय मेडिकल कॉलेज में उन्हें भर्ती कराया रजनीश के अनुसार डॉक्टर ने उन्हें एक विशेष मेडिकल स्टोर से दवा लेने को कहा जिसकी कीमत प्रतिदिन ₹7000 थी हालांकि 10 में को जब रिश्तेदार संतराम ने दावा की कीमत दूसरे मेडिकल स्टोर पर पता कि तो वह महल ₹1100 की थी। उन्होंने इसका रैपर दिखाया और दवा खरीदी। इस कुलसी के बाद डॉक्टर की नाराजगी सामने आए और उन्होंने मरीज को खूब गालियां दी और बेड से उतारने का प्रयास भी किया।इस मामले में चौक कोतवाली इंस्पेक्टर प्रवेश सिंह ने कहा कि अनिल राज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इस खुलासे ने चिकित्सा क्षेत्र में फैले भ्रष्टाचार की ओर सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। रजनीश का कहना है कि उनके पिता अभी जमीन पर लेटे हैं और उनका इलाज चल रहा है। यह मामला चिकित्सा की नैतिकता को भी चुनौती देता है और जनता के विश्वास को भी प्रभावित करता है।स्थानीय प्रशासन ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच तेज कर दी है और डॉक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जनता की अपेक्षा है कि इस मामले में उचित कार्रवाई हो और दोषियों को सजा मिले, ताकि भविष्य में इस तरह के भ्रष्टाचार की पुनरावृत्ति न हो।