क्वारब मार्ग बंदी पर कांग्रेस का वार: परितोष जोशी बोले- आपदा नहीं, भाजपा शासन की भारी चूक
अल्मोड़ा-हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित क्वारब मार्ग की लंबे समय से जारी बंदी को लेकर अब कांग्रेस ने सीधे तौर पर भाजपा सरकार पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। कांग्रेस के ज़िला महामंत्री परितोष जोशी ने इस मामले को "आपदा" नहीं बल्कि एक "भारी मानवीय चूक" करार दिया है। उन्होंने कहा कि क्वारब पुल निर्माण के दौरान की गई घोर लापरवाही के चलते पूरा पहाड़ एक साफ मौसम वाले दिन अचानक भरभरा कर ढह गया—जिसे अब प्राकृतिक आपदा बताया जा रहा है, जबकि असल में यह प्रशासनिक असावधानी की देन है।
"आपदा नहीं, मानवीय भूल है यह हादसा": परितोष जोशी
प्रेस को जारी बयान में परितोष जोशी ने सवाल खड़ा किया कि जब यह मार्ग किसी भारी बारिश के दौरान नहीं, बल्कि साफ मौसम में धंसा, तो अब तक इस पर किसी भी स्तर की जांच क्यों नहीं हुई? उन्होंने कहा, "यह दुखद है कि भाजपा कार्यकर्ता इस गंभीर चूक को देखने में असमर्थ हैं या फिर जानबूझकर अनदेखा कर रहे हैं।"
मंत्री हैं अपने फिर भी नही दे पा रहे समाधान : जोशी ने कसा तंज
केंद्रीय परिवहन राज्य मंत्री, जो कि खुद अल्मोड़ा के निवासी हैं, अक्सर इसी मार्ग से आना-जाना करते हैं, बावजूद इसके मार्ग की स्थायी मरम्मत आज तक नहीं हो पाई है। इस पर परितोष जोशी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि, "क्या मंत्रीजी को ज्ञापन देने से ही काम होगा? जब वह स्वयं यहां के हैं और रोज इसी रास्ते का उपयोग करते हैं, तो समाधान अब तक क्यों नहीं हुआ?"।
उन्होंने यह भी कहा कि जो प्रतिनिधि जनता के बीच से आते हैं, उन्हें किसी ज्ञापन का इंतज़ार नहीं करना चाहिए। जनप्रतिनिधि वही होता है जो जनता की समस्या को बिना कहे ही समझे और त्वरित समाधान सुनिश्चित करे।
रात में मार्ग बंद, दिन में जाम: जनता बेहाल, सरकार लापरवाह
जोशी ने आगे बताया कि "अल्मोड़ा-क्वारब मार्ग कई महीनों से रात्रि में बंद है। कैंचीधाम मार्ग पर दिन में जाम की स्थिति भयावह होती जा रही है। कभी-कभी हल्द्वानी पहुंचने में 7–8 घंटे तक का समय लग रहा है।" आम नागरिकों को ट्रेन छूटने, रोगियों को असुविधा, व्यापारियों को आर्थिक नुकसान, टैक्सी चालकों को घाटा और ट्रांसपोर्ट कारोबारियों को भारी मुश्किलें उठानी पड़ रही हैं।
उन्होंने कहा कि "कुछ लोग सिर्फ अपने नेताओं की वाहवाही में व्यस्त हैं, उन्हें आम जनता की परेशानी से कोई मतलब नहीं। बरसात नजदीक है, अगर रोड फिर से बंद हुआ तो स्थिति और भयावह हो जाएगी।"
हरीश रावत के नेतृत्व में होगा जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव
इस गंभीर स्थिति के मद्देनजर कांग्रेस ने जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव करने का फैसला लिया है। यह निर्णय तब लिया गया जब स्थानीय व्यापारियों, टैक्सी और ट्रक मालिकों, वरिष्ठ नागरिकों ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से मुलाकात कर उनसे हस्तक्षेप की मांग की।हरीश रावत की अगुवाई में तय कार्यक्रम में कांग्रेस के प्रदेश पदाधिकारी, विधायक, पूर्व सांसद, नेता प्रतिपक्ष, स्थानीय व्यापारी, टैक्सी एसोसिएशन और आम नागरिक हिस्सा लेंगे।