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उत्तर प्रदेश के बाद अब उत्तराखंड में भी रेल हादसे की बड़ी साजिश रचने का मामला सामने आया है। दरसअल उत्तराखंड के रुड़की में छावनी के समीप ढंडेरा क्षेत्र में रेलवे ट्रैक पर एक एलपीजी गैस सिलेंडर मिलने से हड़कंप मच गया।
गनीमत रही कि इस दौरान कोई भी ट्रेन ट्रैक से नहीं गुजर रही थी। आनन-फानन में स्टेशन मास्टर ने सिलेंडर को कब्जे में ले लिया और मामले की जानकारी रेलवे के अधिकारियों को दी, सूचना पर लक्सर रेलवे पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और सिलेंडर को कब्जे में लिया, फिलहाल जीआरपी और कोतवाली पुलिस मामले की जांच पड़ताल करने में जुट गई है।
बीसीएन मालगाड़ी के ड्राइवर ने रेलवे सुरक्षा बल को जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे ट्रैक पर एक सिलेंडर पड़ा हुआ मिला। जिस पर आनन-फानन में सुरक्षा बल पोस्ट लक्सर के एसआई नरेंद्र सिंह नेगी और रुड़की के एएसआई बसंत लाल मौके पर पहुंचे।
जहां पर उन्होंने देखा कि ट्रैक पर किमी 1553/1 अप लाइन के बीच तीन किलो का एक सिलेंडर पड़ा हुआ था। बताया गया है कि जिस जगह पर गैस सिलेंडर पड़ा मिला है, वहां पर रेलवे पटरी के एक ओर सैन्य एरिया की दीवार है। हालांकि रेलवे की टीम ने सिलेंडर उठाया तो वह खाली था।
जिसे स्टेशन मास्टर ढंडेरा ने अपनी सुपुर्दगी में रख लिया। वहीं अब रुड़की रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर खाली गैस सिलिंडर मिलने से तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं, जिसे साजिश से जोड़कर देखा जा रहा है।
हालांकि जीआरपी के अधिकारी साजिश से इनकार कर रहे हैं और मामले की गंभीरता से जांच करने की भी बात भी कर रहे हैं। वहीं बताते चलें कि रुड़की रेलवे स्टेशन कई मायनों में उत्तराखंड के लिए अहम है। रुड़की रेलवे स्टेशन पर करीब 80 से ज्यादा ट्रेनों का स्टॉपेज है और रुड़की रेलवे स्टेशन अतिसंवेदनशील श्रेणी में आता है।
वहीं पूर्व में भी रुड़की रेलवे स्टेशन को उड़ाने की धमकी भरे पत्र मिल चुके हैं। इसी के साथ रुड़की रेलवे स्टेशन की अहमियत इसलिए भी जरूरी मानी जाती है कि यहां पर बीईजी सेंटर, आईआईटी कॉलेज और विश्व प्रसिद्ध दरगाह पिरान कलियर में आने वाले लोग ट्रेनों से रुड़की रेलवे स्टेशन पर पहुंचते हैं। साथ ही हरिद्वार में होने वाले कुंभ में भी रुड़की रेलवे स्टेशन की अहम भूमिका मानी जाती है।