कोरोना की लहर भारत में फिर से बरपाएगी कहर, नए वेरिएंट से बढ़ा खतरा, विशेषज्ञों ने दी चेतावनी
भारत को कोविड-19 एक और प्रकोप के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है। जिसको लेकर चेतावनी एक विशेषज्ञ ने शुक्रवार को दी है। इस समय अमेरिका और दक्षिण कोरिया सहित कई देशों में कोविड मामलों में वृद्धि देखी जा रही है, जिसके बाद चेतवानी दी गई है।
अमेरिका के सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुमान के अनुसार, देश के 25 राज्यों में कोविड संक्रमण बढ़ रहा है। दक्षिण कोरिया में भी एक प्रकोप देखा जा रहा है, जिससे संबंधित अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीज भर्ती हो रहे हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की जारी की गई अपडेट के मुताबिक 24 जून से 21 जुलाई के बीच, 85 देशों में प्रति सप्ताह औसतन 17,358 कोविड नमूनों का परीक्षण SARS-CoV-2 के लिए किया गया।
WHO के अनुसार भारत में भी इस वर्ष जून और जुलाई के बीच 908 नए कोविड-19 मामले और दो मौतें दर्ज की गईं है। शिव नाडार विश्वविद्यालय, नोएडा के विषाणु विज्ञानी प्रोफेसर दीपक सहगल ने आईएएनएस से कहा, "हालांकि भारत में स्थिति अन्य देशों की तुलना में गंभीर नहीं है, लेकिन हमें इसके लिए पूरी तरह से तैयार रहने की जरूरत है।"
उन्होंने आगे कहा, "यह वायरस निश्चित रूप से फिर से उभर आया है। और WHO ने बताया कि इस वायरस से होने वाली मौतों में लगभग 26 प्रतिशत की वृद्धि और इसके प्रसार में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो काफी चिंताजनक है।
हालिया प्रकोप KP वेरिएंट्स के कारण हो रहा है, जो ओमिक्रॉन वंश से संबंधित हैं। ओमिक्रॉन अत्यधिक संक्रामक था और इसमें प्रतिरक्षा से बचने की क्षमता भी अधिक थी। KP.2, जो कि ओमिक्रॉन के JN.1 का वंशज है, पहली बार जनवरी में वैश्विक स्तर पर पहचाना गया था। भारत में, KP.2 पहली बार दिसंबर 2023 में ओडिशा में पाया गया था।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के कोविड डैशबोर्ड से पता चला है कि भारत के कई राज्यों में कोविड मामलों में वृद्धि हो रही है -- जिसमें 279 सक्रिय मामले हैं।
असम, नई दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में संक्रमण में वृद्धि देखी जा रही है।