होटल में देखा नौकरी का ऑनलाइन विज्ञापन,फिर पहुंच गए कंबोडिया,साइबर ठगों ने कर डाला बुरा हाल
देहरादून के दो युवाओं को थाईलैंड में होटल की नौकरी का झांसा देकर चीनी साइबर ठगों के गैंग ने अपने जाल में फंसा लिया। दोनों युवकों को कंबोडिया में बंधक बनाकर भारतीय नागरिकों से साइबर ठगी कराई गई। कई महीनों तक बंधक रहने के बाद, दोनों हाल ही में 20 अन्य भारतीयों के साथ कंबोडिया से डिपोर्ट होकर भारत लौटे हैं।
घटना का पूरा विवरण
1. ऑनलाइन विज्ञापन ने फंसाया
देहरादून के ये दोनों युवक नौकरी की तलाश कर रहे थे। उन्होंने एक ऑनलाइन विज्ञापन देखा, जिसमें थाईलैंड के होटल में नौकरी की पेशकश की गई थी। विज्ञापन पर भरोसा कर दोनों युवकों ने थाईलैंड जाने का फैसला किया।
2. थाईलैंड से कंबोडिया पहुंचने की कहानी
थाईलैंड पहुंचने के बाद युवकों को बताया गया कि उन्हें कंबोडिया में ट्रांसफर किया जाएगा। एक एजेंट के माध्यम से उन्हें पोइपेट बॉर्डर ले जाया गया और वहां से कंबोडिया में प्रवेश कराया गया।
3. बंधक बनाकर साइबर ठगी के लिए मजबूर किया
कंबोडिया पहुंचने पर युवाओं के पासपोर्ट, वीजा और दस्तावेज जब्त कर लिए गए। उन्हें एक गुप्त स्थान पर ले जाकर साइबर ठगी के लिए मजबूर किया गया। विरोध करने पर उन्हें पीटा गया और खाना भी नहीं दिया गया।
4. कड़ी प्रताड़ना के बीच साइबर ठगी
युवकों को ठगी का तरीका सिखाया गया और उनसे कई महीनों तक भारतीय नागरिकों को ठगने का काम कराया गया।
5. सरकार की कार्रवाई से मिली राहत
केंद्रीय गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के इनपुट पर कंबोडिया पुलिस ने कार्रवाई की। इस ऑपरेशन के तहत उत्तराखंड के दोनों युवकों समेत पांच भारतीयों को रेस्क्यू कर भारत लाया गया।एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया कि कंबोडिया में चीनी साइबर ठग गैंग सक्रिय हैं। ये गिरोह भारतीय युवाओं को फंसाकर साइबर ठगी का काम करवाते हैं। गिरोह के एजेंट बैंक खातों और फोन नंबरों की जानकारी उन्हें उपलब्ध कराते हैं।