दिल्ली में छात्र ने आत्महत्या करने से पहले अपने पिता को लिखा भावुक नोट, लिखा," लास्ट बार कुछ मांग रहा हूं।"
दिल्ली के कंझावला इलाके में छात्र के सुसाइड मामले में दो और नोट सामने आए हैं। इन दो सुसाइड नोटिस में छात्र ने अपने माता-पिता के लिए काफी भावुक बातें भी लिखी हैं। बताया जा रहा है कि छात्र 16 साल का था और उसने आत्महत्या की थी। हालांकि पीड़ित परिवार ने इस मामले में स्कूल टीचर को दोषी ठहराया है और पूरे केस की जांच करने के लिए कहा है।
इस बीच इस आत्महत्या से जुड़े दो लेटर सामने आए हैं छात्र ने भावुक करने वाला संदेश अपनी मां और अपने पिता के लिए लिखा है। अपने पिता के नाम पत्र में छात्र ने लिखा था- 'मैंने आपसे आजतक जो भी मांगा है, आपने पूरा किया, उसके लिए थैंक्यू। मगर आज एक और चीज मांगता हूं। हंसिता (मृतक की बहन) को उतना पढ़ाना जितना वो पढ़ना चाहती हो। बीच में मत रोकना। प्लीज ये मैं लास्ट बार आपसे कुछ मांग रहा हूं।'
छात्र ने अपनी मां के लिए भी एक संदेश लिखा और कहा मैं जानता हूं कि मैं आज तक आपको कभी खुशी नहीं दी। मैंने बहुत गलत काम किए हैं और आपको दुख दिया है। आपका भरोसा भी तोड़ा है और दूसरे के सामने आपकी बेइज्जती कार्रवाई। इन सब चीजों के लिए मुझे माफ कर देना। मैं अपना वादा नहीं निभा पाया और मैं बड़ा नहीं बन पाया और आपका नाम खराब किया इसमें मेरी गलती है और आज मैं एक और गलती करने जा रहा हूं। इस गलती के लिए भी मैं माफी मांगता हूं मगर एक बात याद रखना मम्मी हम फिर मिलेंगे। इस जन्म में बड़े नहीं बन सके तो क्या हुआ अगले जन्म में बनेंगे। मेरे डैडी और मेरी बहन का ध्यान रखना।'
आपको बता दे की 16 साल का धैर्य प्रताप सिंह 11वीं कक्षा में पढ़ता था वह दिल्ली के कंझावला इलाके के कला गांव का रहने वाला था और वह दिल्ली के स्कूल मैं पढ़ता था जो आनंदपुर धाम में था।बताया जा रहा है कि छात्र खाना खाकर अपने कमरे में चला गया और परिवार वालों का कहना जब वह कमरे से उठकर सुबह नहीं आया तो अंदर जाकर उन्होंने देखा लेकिन वह कहीं नहीं मिला। परिजनों को लगा कि धर्म मॉर्निंग वॉक के लिए गया है जब वह देर तक नहीं आया तो उसकी छानबीन की गई इसी बीच घर के एक कमरे पर नजर पड़ी, जो अंदर से बंद था। कमरे में देखा गया तो कथित तौर पर धैर्यफंदे से लटका हुआ था। धैर्य के परिवारवालों ने टीचर के खिलाफ थाने में शिकायत दी है।
पुलिस को धैर्य के पास से एक सुसाइड नोट मिला जिसमें उसने अपने टीचर का नाम भी लिखा है नोट में धैर्य ने लिखा कि यह दिन आपके लिए सबसे अच्छा होगा मैम। आपकी सबसे बड़ी टेंशन को मैं दूर कर रहा हूं वो भी हमेशा के लिए।' ये नोट सुनीता पासी नाम की एक टीचर के लिए था, जिसपर स्पष्ट रूप से उसका नाम लिखा था। इस तथाकथित सुसाइड नोट में किसी टेंशन का जिक्र नहीं था और ना ही किसी तरह की कोई वजह बताई गई।