If delimitation of villages is done in the name of inclusion in Municipal Corporation, then there will be a decisive movement, Gram Pradhan Sangathan declaresज्ञापन में कहा गया है कि सरकार द्वारा नगरपालिका अल्मोडा में गाँवों का परिसीमन कर नगर निगम बनाने हेतु आदेश हुए है जिसमें हवालबाग ब्लॉक के 25 ग्राम पंचायतों को बिना सर्वेक्षण के जबरन शामिल किया जा रहा है, जिसका समस्त ग्रामीण व जनप्रतिनिधि विरोध करतें हैं। नगरपालिका में शामिल किये जाने से ग्रामीणों को कई परेशानियां होगीं ।उन्होंने कहा कि आज भी ग्राम सभाओं में 80 प्रतिशत बेरोजगारी है ग्रामीण मजदूरी पर जीवन यापन करने को मजबूर है, जो नगरपालिका के कर वहन करने में सक्षम नहीं है।अल्मोड़ा, 03 अगस्त 2024— अल्मोड़ा नगरपालिका में 25 ग्राम पंचायतों को शामिल किये जाने के विरोध में ग्राम प्रधान लामबंद हो गये हैं। आज यानि शनिवार को ग्राम प्रधान संगठन ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन दिया और इस निर्णय को ग्राम पंचायतों के अस्तित्व के खिलाफ बताते हुए निर्णायक आंदोलन की चेतावनी दी।ज्ञापन में कहा गया है कि सरकार द्वारा नगरपालिका अल्मोडा में गाँवों का परिसीमन कर नगर निगम बनाने हेतु आदेश हुए है जिसमें हवालबाग ब्लॉक के 25 ग्राम पंचायतों को बिना सर्वेक्षण के जबरन शामिल किया जा रहा है, जिसका समस्त ग्रामीण व जनप्रतिनिधि विरोध करतें हैं। नगरपालिका में शामिल किये जाने से ग्रामीणों को कई परेशानियां होगीं ।उन्होंने कहा कि आज भी ग्राम सभाओं में 80 प्रतिशत बेरोजगारी है ग्रामीण मजदूरी पर जीवन यापन करने को मजबूर है, जो नगरपालिका के कर वहन करने में सक्षम नहीं है। साथ ही गांवों में अधिकतर परिवार बीपीएल अन्तोदय व मनरेगा जॉब कार्ड धारक है, जिनका जीवन यापन पशुपालन कृषि व मजदूरी पर निर्भर है।वर्तमान में मनरेगा व पंचायती राज व्यवस्था के अन्तर्गत गांवों में विकास किये जा रहे हैं, जिससे गरीब जनता को लाभान्वित किया जा रहा है, नगरपालिका में शामिल होने से मनरेगा जैसी रोजगार परक योजना से ग्रामीणों को वंचित रहना पडेगा।इसके अलावा कहा कि कई ग्राम सभाओं में वन पंचायतों कि भूमि है, जिससे जानवरों के लिए चारा व लकडियों का इस्तेमाल किया जाता हैं, इससे भी हमें वंचित रहना पडेगा।ग्राम प्रधानों ने मुख्यमंत्री से समस्त जनप्रतिनिधियों और समस्त ग्राम सभाओं के ग्रामीणों के निवेदन पर तत्काल गौर करते हुए इस परिसीमन को तत्काल रोकने की मांग की ओर ऐसा नहीं होने परआगामी 5 अगस्त को चौघानपाटा में धरना प्रदर्शन करने और 12 अगस्त को विशाल रैली निकालने की चेतावनी दी है। ज्ञापन में घीरेन्द्र सिंह गैलाकोटी, देवेन्द्र सिंह बिष्ट, राजेन्द्र सिंह, पूर्व प्रधान हरीश कनवाल,विपिन बिष्ट, ममता रावत, राधा देवी, किशन सिंह बिष्ट आदि मौजूद थे।