क्रिकेट के इतिहास में दर्ज हुआ धोनी का नाम, आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होकर रचा नया कीर्तिमान
क्रिकेट की दुनिया से एक बड़ी खबर सामने आई है जहां आईसीसी ने साल 2025 के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल से पहले एक बेहद अहम ऐलान कर दिया है। ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच 11 जून से लॉर्ड्स में शुरू होने वाले फाइनल से पहले इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने सात दिग्गज खिलाड़ियों को क्रिकेट के सबसे बड़े सम्मान यानी आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल कर लिया है।
इस लिस्ट में भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का नाम भी शामिल है। धोनी के अलावा ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज मैथ्यू हेडन। साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ। हाशिम अमला और पाकिस्तान की महिला खिलाड़ी सना मीर को भी ये सम्मान मिला है। आईसीसी ने कहा है कि धोनी को उनके दबाव में शांत रहने वाले स्वभाव। शानदार कप्तानी और विकेट के पीछे बेहतरीन प्रदर्शन के लिए ये सम्मान दिया गया है। साथ ही सीमित ओवरों के क्रिकेट में उनका फिनिशिंग स्टाइल उन्हें सबसे अलग बनाता है।
धोनी ने भारत के लिए अब तक कुल 17 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं। उन्होंने अलग अलग फॉर्मेट में मिलाकर कुल 538 मैच खेले। और विकेट के पीछे 829 शिकार किए हैं। आईसीसी का कहना है कि धोनी की उपलब्धियां ना सिर्फ उनकी प्रतिभा दिखाती हैं बल्कि ये उनके लंबे करियर। जबरदस्त फिटनेस और मैदान पर एकाग्रता का भी सबूत हैं।
धोनी ने इस सम्मान को लेकर अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि हॉल ऑफ फेम में जगह मिलना एक बहुत बड़ा गौरव है। क्योंकि ये उन खिलाड़ियों को याद करता है जिन्होंने अपने देश के लिए खेल में कुछ खास किया है। और ऐसे खिलाड़ियों की लिस्ट में अपना नाम देखना किसी भी खिलाड़ी के लिए सबसे बड़ा सपना होता है। ये एक ऐसा पल है जिसे मैं जिंदगी भर याद रखूंगा।
बता दें कि आईसीसी हॉल ऑफ फेम को इंटरनेशनल क्रिकेटर्स की उपलब्धियों को पहचान देने के लिए शुरू किया गया था। ये सम्मान पहली बार दो जनवरी 2009 को फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन के साथ मिलकर शुरू किया गया था।
इस लिस्ट में शामिल होने के लिए खिलाड़ियों के लिए कुछ शर्तें भी होती हैं। जैसे बल्लेबाज के तौर पर खिलाड़ी को कम से कम आठ हजार रन या बीस शतक या पचास का औसत होना जरूरी होता है। वहीं गेंदबाजों के लिए टेस्ट या वनडे में दो सौ विकेट का आंकड़ा जरूरी माना जाता है। इसके अलावा खिलाड़ी के संन्यास के बाद कम से कम पांच साल का वक्त गुजर चुका हो ये भी एक जरूरी शर्त होती है।
अब तक कुल ग्यारह भारतीय खिलाड़ियों को ये सम्मान मिल चुका है। जिनमें सचिन तेंदुलकर। राहुल द्रविड़। कपिल देव। सुनील गावस्कर। अनिल कुंबले। वीरेंद्र सहवाग। वीनू मांकड़। डायना एडुल्जी और बिशन सिंह बेदी जैसे नाम शामिल हैं। अब इस लिस्ट में महेंद्र सिंह धोनी का नाम भी जुड़ गया है। जिसने भारत को तीन आईसीसी ट्रॉफी दिलाई और क्रिकेट को हमेशा के लिए एक नई दिशा दी।