बढ़ते कोरोना मामलों से स्कूल खोलने की तैयारी पर लग सकता है ब्रेक, सरकार फिर से ऑनलाइन पढ़ाई पर ले सकती है फैसला
देश में फिर से कोरोना का खतरा बढ़ने लगा है। ऐसे में बच्चों के स्कूल खोलने की जो तैयारी चल रही थी उस पर अब सवाल खड़े हो गए हैं। ताजा हालात को देखते हुए माना जा रहा है कि एक जुलाई से स्कूल खोलने का फैसला टल सकता है। सरकार फिर से ऑनलाइन क्लासेस शुरू करने पर विचार कर रही है।
डॉक्टरों का कहना है कि इस बार जो लहर आई है वो ओमिक्रॉन के नए सब वेरिएंट्स JN.1 NB.1.8.1 LF.7 और XFC की वजह से आई है। ये वेरिएंट तेजी से फैलते जरूर हैं लेकिन इनसे जुड़ी तकलीफें अब तक ज्यादा गंभीर नहीं देखी गई हैं। इसके बावजूद बच्चों को लेकर चिंता बनी हुई है क्योंकि कई स्कूल बीस जून से एक्स्ट्रा क्लासेस शुरू करने जा रहे हैं।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने इन नए वेरिएंट्स को ऐसे वेरिएंट्स की लिस्ट में डाला है जिन पर निगरानी रखी जा रही है। यानी ये अभी खतरनाक की कैटेगरी में नहीं हैं लेकिन इन पर नजर रखना जरूरी है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना का वायरस अब पूरी तरह खत्म नहीं होगा। ये आगे भी फ्लू की तरह बार बार लौट सकता है।
सरकार ने लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है। बच्चों की पढ़ाई को लेकर कोई खतरा ना हो इसलिए तय किया गया है कि अगर केस और बढ़ते हैं तो स्कूल खोलने की तारीख आगे बढ़ाई जा सकती है और फिर से ऑनलाइन क्लासेस का रास्ता अपनाया जा सकता है।
दिल्ली में पिछले चौबीस घंटे में कोरोना के बयालिस नए केस सामने आए हैं। यहां कुल सात सौ अट्ठाइस एक्टिव केस हैं। इस दौरान एक सौ चार मरीज ठीक भी हुए हैं। दूसरी तरफ केरल में हालात और भी चिंताजनक हैं। सोमवार सुबह तक राज्य में एक हजार नौ सौ सत्तावन एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं। बीते चौबीस घंटे में यहां सात नए मरीज मिले हैं।
अब आने वाले कुछ दिन काफी अहम हैं। शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य मंत्रालय हालात पर नजर बनाए हुए हैं। अगर मामले कम नहीं हुए तो जुलाई के पहले हफ्ते में स्कूल न खोलने का ऐलान किया जा सकता है। फिलहाल पैरेंट्स और स्कूलों से कहा गया है कि वे तैयार रहें और बच्चों की सुरक्षा को सबसे ऊपर रखें।