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आगरा के एक तंबाकू कारोबारी शुक्रवार को अपनी समझदारी से डिजिटल अरेस्ट होने से बच गए। मामला यह है कि उन्हें एक साइबर अपराधी ने पुलिस अधिकारी बनकर काॅल किया था। फोन पर कहा था कि उन पर कूरियर में ड्रग्स पकड़े जाने और 250 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग में फंसने का आरोप है।
वीडियो कॉल पर कारोबारी समझ गए। उन्होंने तुरंत कॉल काट दिया। मामले में साइबर सेल में शिकायत कर दी।
लोहामंडी निवासी अतुल कुमार का तंबाकू का थोक का व्यापार है। उनके पास बृहस्पतिवार को शाम सवा चार बजे फोन आया। कहा कि वह फेडेक्स कूरियर सर्विस के हेल्पलाइन नंबर से बोल रहा है। एक कूरियर मुंबई से ताइवान भेजा गया है। उनका आधार कार्ड लगा है, जिसमें ड्रग्स पकड़ी गई है।
वहीं इसमें कहा कि काॅल मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारी को ट्रांसफर की जा रही है। एक युवक ने वीडियो काॅल पर बात की। वह पुलिस की वर्दी पहने हुआ था। पीछे पुलिस का बोर्ड भी नजर आ रहा था। उसने कहा कि आपको डिजिटल अरेस्ट किया गया है। उन्होंने इसका कारण पूछा।
इस पर बताया कि उनके आधार कार्ड से दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु में बैंक खाते खोले गए हैं। 250 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग का मामला बन रहा है। कारोबारी के मुताबिक, उन्हें पता था कि साइबर अपराधी इस तरह से ठगी कर रहे हैं। इसलिए उन्होंने बिना देर किए ही काॅल काट दिया। इसके बाद साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है।