उत्तर प्रदेश में अपराध बढ़ते ही जा रहे हैं। लाख कोशिशें के बाद भी बदमाश अपनी करतूत से बाज नहीं आ रहे हैं। खुलेआम लूट, हत्या ,अपहरण के वारदात हो रही है। ऐसा ही एक मामला इटावा से सामने आ रहा है जब बदमाशों ने 7 साल के बेटे को अपहरण करने की कोशिश की। हालांकि इस कोशिशें को ग्रामीणों ने नाकामयाब कर दिया।घटना इटावा के थाना सिविल लाइन क्षेत्र की है। जानकारी के मुताबिक भूरे पुत्र शिवनारायण ग्राम नगला नगौली थाना सिविल लाइन ने छह माह पहले अपनी बेशकीमती 7 बीघा जमीन को ढाई करोड़ में बेचा था। इस बारे में गांव के चार बदमाश लोगों को पता चल गया जिसके बाद उन्होंने फिरौती लेने के लिए मासूम बेटे को अपहरण करने की साजिश रची।अपहृत के पिता भूरे ने बताया कि बुधवार सुबह उनका बेटा रोज की तरह स्कूल जा रहा था। घर से करीब 400 मीटर दूर 3 ऑटो सवार बदमाशों ने उनके बेटे का अपहरण कर लिया। बच्चा चीखने और चिल्लाने लगा इसके बाद ग्रामीण वहां पहुंच गए और उन्होंने ऑटो सवार बदमाशों को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। साथ में बच्चे को भी पुलिस को सौंप दिया।बताया जा रहा है कि इस अपहरण में पांच लोग शामिल थे। दो अपहरण कर्ताओं को पुलिस ने जेल भेज दिया। वहीं तीन आरोपियों की अभी भी तलाश जारी है। पुलिस ने अपहरण में इस्तेमाल ऑटो रिक्शा को भी बरामद कर लिया है। एक आरोपी आगरा जिले का निवासी बताया जा रहा है।इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का कहना है कि नगला नगोरी के जिस स्कूली छात्र का अपहरण किया जा रहा था उसके पिता ने 7 बीघा जमीन बेची थी जिसके बाद उन्हें काफी अच्छी रकम मिली थी। गांव की युवक सल्लू जो ऑटो चालक है। उसने अपने साथियों को इस बारे में जानकारी दी और फिरौती के लिए पिलुआ मंदिर के खंडर में छात्र को रखने की योजना बनाई थी। लेकिन गांव वालों की सतर्कता के चलते मासूम बच्चे को उनके चंगुल से छुड़ा लिया गया।इसी के साथ दो अपहरणकर्ताओं को भी पुलिस के हवाले किया जिन्हें जेल भेज दिया गया है। आरोपियों ने पूछताछ में तीन अन्य लोगों के नाम का खुलासा किया है। उन्हें भी जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जायेगा।