ओलंपिक कुश्ती की 50 किग्रा भार वर्ग की स्पर्धा में भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित कर दिया गया था। विनेश फोगाट ने एक दिन पहले ही लगातार 3 मैच जीतकर फाइनल में प्रवेश किया था।लेकिन फाइनल मैच से पहले उनका वजन 50 किग्रा से 100 ग्राम ज्यादा हो गया। इस पर यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने एक्शन लेते हुए उन्हें टूर्नामेंट से ही अयोग्य घोषित कर दिया था। इससे विनेश फोगाट फाइनल मैच में हिस्सा नहीं ले पाईं थीं और उनका मेडल जीतने का सपना टूट गया था।भारतीय ओलंपिक दल की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनशॉ पारदीवाला ने ANI से बात करते हुए बताया कि 'शाम को सेमीफाइनल मैच के बाद विनेश फोगाट का वजन 2.7 किलोग्राम अधिक पाया गया था। इस वजन को कम करने के लिए टीम और कोच ने अपनी सामान्य प्रक्रिया शुरू की थी। इसमें पानी की लीमिट थी लेकिन भोजन की नहीं। पहलवानों के लिए वजन कम करने के लिए कठोर कदम उठाना कोई नई बात नहीं है। ताकत के खेल में वजन एक बड़ी भूमिका निभाता है, इसलिए एथलीट अक्सर वजन को कम करने के लिए खाना-पानी छोड़ देते हैं। विनेश फोगाट का सामान्य वजन 57 किग्रा के करीब है, उन्होंने 2022 के विश्व चैंपियनशिप में 53 किग्रा की स्पर्धा में हिस्सा लिया था। ऐसे में उन्हें 50 किग्रा में खुद को रखना एक बड़ी चुनौती थी।स्पोर्टस्टार की रिपोर्ट के अनुसार, विनेश फोगाट ने पहले दिन सुबह वजन मापने के बाद 300 ग्राम का एक गिलास जूस पिया था। अपने मुकाबलों से पहले उन्होंने कुछ और लीटर तरल पदार्थ भी पिया था ताकि वह अपने मुकाबलों के लिए ऊर्जा से भरपूर रहें। इससे उनका वजन 2000 ग्राम (2 किग्रा) बढ़ गया था। विनेश फोगाट ने मैच के बाद वजन कम करने की प्रक्रिया शुरू की, लेकिन उनका वजन देर रात तक 700 ग्राम ज्यादा बना रहा। सुबह वजन मापने तक उन्होंने 600 ग्राम वजन और कम कर लिया, लेकिन 100 ग्राम वजन वह घटा पाने में वह पूरी से नाकाम हो गई और उनका मेडल पाने का सपना टूट गया।सेमीफाइनल मैच के बाद 52.7 किलोग्राम वजन होने के चलते विनेश फोगाट ने पूरी रात कड़ी मेहनत की। बिना सोए विनेश ने छह घंटे तक ट्रेडमिल पर ट्रेनिंग की और तीन घंटे सॉना में रहीं। खाने का एक निवाला या पानी का एक घूंट भी विनेश फोगाट ने नहीं पिया। उनके कोच ने उनकी ड्रेस के निचले हिस्से की इलास्टिक तक काट दी। उनके बाल भी काट दिए गए लेकिन कोई भी फायदा नहीं हुआ। रात भर कड़ी मेहनत के बावजूद विनेश फोगाट 100 ग्राम से मेडल जीतने से चूक गई।