Humanitarian initiative of this young couple of Almora, both donated their bodies अल्मोड़ा:: अल्मोड़ा के रेनु जोशी और उनके पति पान सिंह बोरा ने मानवीय सेवा के लिए वैज्ञानिक सेवा और सोच निर्माण की पहल की है। वैज्ञानिक सोच और तर्कों पर जीवन की कसोटी को परखने वाले इस दम्पत्ति ने रामनगर में आयोजित एक कार्यक्रम में देहदान करने का फैसला किया है।साइंस फॉर सोसायटी के माध्यम से दोनों ने अपनी देह को मृत्य पश्चात दून मेडिकल कॉलेज के शरीर रचना विभाग को दान करने का फैसला लेकर एक शानदार उदाहरण प्रस्तुत किया है। जो मेडिकल कॉलेज के छात्रों के रिसर्च और मानव शरीर अध्ययन के काम आएगा।रामनगर में हुए इस कार्यक्रम में 31 लोगों ने अपना देहदान किया।अल्मोड़ा के बाड़ेछीना में स्वास्थ विभाग में तैनात रेनु एक कुशल नेत्र परीक्षक (ऑप्थल्मोलॉजिस्ट) होने के साथ ही सामाजिक सरोकारों से लगातार जुड़ी रहती हैं, करियरवादी इस माहौल में भी रेनु हमेशा अपने पेशागत कर्तव्यों के अलावा भी निस्वार्थ रूप से जनसेवा में लगी दिखती हैं। वहीं मूलरूप से नैनीताल निवासी पान सिंह बोरा अल्मोड़ा में अधिवक्ता हैं और प्रखरता से पैरवी करने वाले अधिवक्ता के रूप में अपनी जगह बना रहे हैं।इन दोनों द्वारा देहदान किए जाने का लोगों ने काफी सराहना की है। और लोग इस वास्तविक पुनीत कार्य के लिए उनकी सराहना कर रहे हैं। अपने इस मानवीय पहल की जानकारी युवा दम्पत्ति ने सोशल मीडिया में भी साझा की है। रेनू द्वारा सोशल मीडिया में साझा की गई पोस्ट से साभार