अगर नहीं जानते तो आज जानिए कि बाप दादा की संपत्ति पर होता है इन पांच लोगों का अधिकार
संपत्ति के बंटवारे को लेकर कई तरह के नियम बनाए गए हैं लेकिन एक नई ताजा रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि अगर दादा -पिता और भाई पैत्रक संपत्ति में हिस्सेदार हैं तो बेटे बेटियों को भी उसमें हिस्सा मिलना अनिवार्य है। पैत्रक संपत्ति में हिस्से का अधिकार जन्म के साथ ही मिल जाता है।
आज हम आपको बताएंगे कि बाप दादा के संपत्ति पर आखिरकार किन-किन लोगों का अधिकार होता है
बेटा और बेटी: पिता की संपत्ति पर सबसे पहला अधिकार उनके बेटे और बेटियों का होता है और यह अधिकार समान होता है। पिता की मृत्यु के बाद यह अधिकार उत्पन्न होता है ।
दादा की संपत्ति: दादा की संपत्ति पर सबसे पहला अधिकार पिता का होता है और पिता के बाद उसके बेटों का होता है लेकिन इसको लेकर भी कई सारे नए कानून बनाए गए हैं।
नाती-नातिन: नाती-नातिन का अधिकार तब होता है जब दादा या पिता की संपत्ति का बंटवारा हो और उनके माता-पिता का हिस्सा उनके लिए उत्तराधिकार का आधार बनता है।
संपत्ति के प्रकार:
स्वतंत्र संपत्ति: यदि संपत्ति व्यक्तिगत है तो यानी अगर आपके बाप दादा ने खुद खरीदी है तो वह इच्छा अनुसार इसे किसी में भी बांट सकते हैं।
संयुक्त परिवार की संपत्ति: अगर आपकी संपत्ति संयुक्त संपत्ति है तो इस पर सभी का एक जैसा अधिकार होगा इसे पुश्तैनी संपत्ति कहा जाता है।
वसीयत: यदि दादा या पिता ने किसी संपत्ति के वसीयत बना दी है तो संपत्ति के बंटवारे का पालन वसीयत के अनुसार किया जाता है