महाकुंभ के पलट प्रवाह का असर काशी में देखने को मिल रहा है। बीते तीन से चार दिनों में काशी आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। काशी विश्वनाथ धाम के प्रमुख प्रवेश मार्ग पर 1 से 2 किलोमीटर लंबी लाइन लग रही है।इतना ही नहीं बल्कि देर रात्रि 11:00 बजे कपाट बंद होने के बाद सुरक्षा कर्मियों की तरफ से श्रद्धालुओं को यह बात समझाई जा रही है कि अब अगले दिन आप दर्शन के लिए लाइन में लगकर बाबा के दरबार में दर्शन करने के लिए आइए।एबीपी लाइव से मिली जानकारी के मुताबिक वाराणसी के काशी विश्वनाथ धाम में बीते 3 से 4 दिनों से हर रोज 3.5 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं। सुबह से लेकर देर रात्रि तक विश्वनाथ मंदिर के ठीक बाहर लंबी कतार देखी जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ज्यादातर श्रद्धालु प्रयागराज संगम में महाकुंभ स्नान के बाद सीधा वाराणसी आ रहे हैं जो मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंच रहे। इससे पहले भी अनुमान लगाया गया था कि 10 करोड़ श्रद्धालु काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रयागराज कुंभ के दौरान दर्शन करने के लिए आ सकते हैं।निश्चित ही सावन और महाशिवरात्रि से भी ज्यादा भीड़ इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर में देखी जा रही है। मंदिर परिसर से तकरीबन 2 किलोमीटर दूरी पर ही बड़े वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दिया गया है। इसके अलावा ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के उद्देश्य से वाराणसी शहरी क्षेत्र के स्कूलों को 5 फरवरी तक ऑनलाइन मोड में चलाने का दिशा निर्देश दिया गया है।मंगला आरती के बाद से ही भगवान विश्वनाथ के दरबार में दर्शन करने के लिए लंबी कतार देखी जा रही है और यह सिलसिला 11:00 बजे तक जारी रहता है। शयन आरती के बाद सुरक्षा कर्मियों द्वारा लोगों से आग्रह किया जा रहा है कि अब अगले दिन ही कतार में लगकर आप मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे।