राजधानी लखनऊ में उठी पांच लोगों की अर्थी एक साथ, बच्ची का शव देख चीखी देवरानी, कहा- अभी तो छुट्टियों का प्लान बना रही थीं, कहां चली गई ?
राजधानी लखनऊ में आज एक साथ पांच लोगों की अर्थियां उठी। यह देखकर मौके पर चीख पुकार मच गई देवरानी ने जब बच्ची के शव को देखा तो उसे लिपटकर रोते हुए बोली कि भाभी उठो, श्री आपकी गोद में है। अभी तो आप छुट्टियों का प्लान बना रही थीं अचानक कहां चली गई ? इसके बाद महिला रोत-रोत नीचे गिर गई।
आपको बता देगी यह पूरा परिवार रविवार को खाटू श्याम दर्शन करने के लिए राजस्थान गया था। जयपुर में उनकी कार भीषण सड़क हादसे का शिकार हो गई। इस हादसे में इंजीनियर अभिषेक उनकी पत्नी बैंक मैनेजर प्रियांशी 7 माह की मासूम श्री, मां रमादेवी और पिता सत्यप्रकाश की तड़प-तड़पकर मौत हो गई थी।
इस घटना से पूरे इलाके में मातम छाया हुआ है। इंजीनियर अभिषेक के बड़े भाई हिमांशु और चाचा के साथ अन्य सगे संबंधी के भी आंखों में आंसू थे। कफन से लिपटी 7 महीने के बच्चे का शव देखकर लोग बुरी तरह सहम गए। पांचो शवों को रखने के लिए दो गाड़ियां मंगाई गई थी।
एक गाड़ी में इंजीनियर और उसकी पत्नी को रखा गया। वहीं दूसरी गाड़ी में उनके माता पिता के शवों को रखा गया।हिमांशु ने चारों शवों को रोते हुए मुखाग्नि दी। वहीं पास ही मासूम के शव को ताऊ और मामा ने दफनाया।
जानकारी के अनुसार रविवार को राजस्थान के जयपुर में भीषण सड़क हादसा हुआ जहां सुबह करीब 8:00 बजे मनोहरपुर दौसा के बीच नेकवाला टोल के पास कर ट्रेलर से टकरा गई। टक्कर इतनी ज्यादा भयानक ते की कार के परखच्चे उड़ गए और इंजीनियर अभिषेक, उनकी पत्नी बैंक मैनेजर प्रियांशी, सात माह की मासूम श्री, मां रमादेवी और पिता सत्यप्रकाश की तड़प-तड़पकर मौत हो गई।
सभी खाटू श्याम दर्शन के लिए जा रहे थे। इस दौरान वे सड़क हादसे का शिकार हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कार और ट्रेलर के बीच की टक्कर इतनी जोरदार थी कि ट्रेलर रोड से नीचे उतरकर पलट गया। वहीं कार से शवों को निकालने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी।