केदारनाथ उपचुनाव भाजपा ने आशा नौटियाल को बनाया प्रत्याशी, दिवंगत विधायक की पुत्री का दावा खारिज
Kedarnath by-election BJP made Asha Nautiyal its candidate, claim of late MLA's daughter rejected
देहरादून: भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने केदारनाथ विधानसभा उप चुनाव-2024 के लिए आशा नौटियाल को अपना प्रत्याशी बनाया है।
अब 2017 की तरह एक बार फिर आशा नौटियाल और मनोज रावत आमने सामने होंगे।
बदरीनाथ व मंगलौर उपचुनाव में पार्टी कैडर से अलग व बाहरी प्रत्याशी की हार से सबक लेते हुए भाजपा ने केदारनाथ उपचुनाव में पार्टी कैडर पर दांव खेला और पुरानी कार्यकत्री आशा नौटियाल को टिकट दिया। यहां तक की दिवंगत विधायक शैलारानी की पुत्री के दावे को तक एक प्रकार से खारिज कर दिया।
अब तक राज्य में विधायकों के निधन के बाद रिक्त सीटों पर हुए उपचुनावों में परिवार से ही टिकट देकर सहानुभूति हासिल करने की परंपरा चली जिसे अपने समय पर दोनों दलों ने अपनाया और जीत हासिल की।
लेकिन इस बार बीजेपी ने दिवंगत विधायक शैलारानी रावत की पुत्री ऐश्वर्या रावत के दावे को खारिज करते हुए अपने मूल कैडर को ही नम्बर वन पर रखा।
रविवार को कांग्रेस के उम्मीदवार मनोज रावत के नाम की घोषणा के बाद भाजपा ने देर रात पूर्व विधायक व भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष आशा नौटियाल को टिकट देकर चुनावी जंग को रोचक बना दिया।
भाजपा में शैलारानी की पुत्री ऐश्वर्या रावत व कुलदीप की दावेदारी ने भाजपा को बेचैन कर दिया था। पूर्व के दो उपचुनाव में निर्दलीय कुलदीप ने करीब 12 हजार मत लेकर सभी को चौंका दिया था। इस बार कुलदीप भाजपा से टिकट मांग रहे थे।
जबकि ऐश्वर्या रावत मां के निधन के बाद केदारनाथ इलाके में जनसम्पर्क में जुटी हुई थी।बताते चलें कि शैलारानी रावत 2016 में कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में शामिल हुई थी।