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जाने कैसे संकट टला प्रेमानंद जी महाराज के ऊपर से  माथे पर मंडरा रही थी मौत लेकिन कदमों में था चमत्कार  देखें video

जाने कैसे संकट टला प्रेमानंद जी महाराज के ऊपर से, माथे पर मंडरा रही थी मौत लेकिन कदमों में था चमत्कार, देखें Video

01:35 PM May 08, 2025 IST | uttranews desk
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संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा वृंदावन से उस वक्त बड़े हादसे का शिकार होने से बच गई जब उनके स्वागत के लिए लगाया गया एक लोहे का भारी भरकम ट्रस अचानक भीड़ के दबाव में संतुलन खो बैठा और गिरने लगा।

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इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसके बाद हर कोई उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना कर रहा है।
पदयात्रा के मार्ग पर भक्तों की ओर से एक भव्य स्वागत की तैयारी की गई थी।

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कई स्थानों पर रंग-बिरंगे स्वागत द्वार पुष्प वर्षा और बड़े-बड़े लोहे के ट्रस लगाए गए थे। इन्हीं में से एक लोहे का ट्रस हादसे का कारण बन गया।

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संत प्रेमानंद जी महाराज जैसे ही उस स्थान पर पहुंचे भीड़ के दबाव से ट्रस्ट का संतुलन बिगड़ गया और वह लोहे का ढांचा संत के सामने गिरने वाला ही था जिससे कुछ सेकेंड के लिए स्थिति बेहद गंभीर हो गई। अफरा तफरी मच गई और भक्तों की चीख-पुकार शुरू हो गई।


हालांकि सौभाग्य की बात यह है कि वहां पर कुछ सतर्क आयोजकों और श्रद्धालुओं की वजह से वह ट्रस महाराज जी के ऊपर गिरने से बच गया।इस तरह सजगता की वजह से बहुत बड़ा हादसा टल गया और संत प्रेमानंद समय बाकी सभी श्रद्धालु पूरी तरह सुरक्षित रहे।

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हादसे के तुरंत बाद यात्रियों में घबराहट फैल गई लेकिन संत परमानंद महाराज ने माइक के माध्यम से सभी को शांत रहने के लिए कहा। उनके इस व्यवहार से श्रद्धालु का फिर से भरोसा लौट आया और पदयात्रा दोबारा शुरू हुई। इस घटना के बाद श्रद्धालुओं ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता भी जताई।


उन्होंने कहा कि भारी भीड़ के बावजूद पर्याप्त मजबूत इंतजाम नहीं किए गए थे। लोहे का ट्रस गिरता तो सैकड़ों श्रद्धालु घायल हो सकते थे। स्थानीय प्रशासन ने मामले को संज्ञान में लेते हुए आयोजकों को भविष्य में बेहतर प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं।


घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि लोहे का ट्रस कैसे अचानक संत के सामने झुकता है और कैसे लोग उसे रोकते हैं। कई भक्तों ने इसे "चमत्कार" बताते हुए कहा कि संत की दिव्य ऊर्जा ने उन्हें बचा लिया।

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