अभी अभी
उत्तराखंड | नैनीतालहरिद्धारसोमेश्वररूद्रप्रयागरामनगरभतरोजखानबेरीनागबेतालघाटबागेश्वरपौड़ी गढ़वालपिथौरागढ़हरिद्वारहल्द्धानीदेहरादूनअल्मोड़ाताड़ीखेतचम्पावतऊधम सिंह नगरउत्तरकाशी
जॉब अलर्ट
देश | हिमांचल प्रदेश
दुनिया
Advertisement

अजब गजब कुमाऊं विश्विद्यालय का सिस्टम, आंसर शीट चेकिंग में किया 12+15 = 17 इस तरह हुआ खुलासा

04:57 PM Aug 02, 2024 IST | उत्तरा न्यूज टीम
Advertisement

कुमाऊं विश्वविद्यालय के सिस्टम का भी राम ही मालिक है। यहां बीकाम तृतीय वर्ष की परीक्षा में एक विद्यार्थी को दो खंडों में 12 व 15 अंक प्राप्त हुए थे।

Advertisement

उत्तर पुस्तिका जांचने वाले परीक्षक ने 12 15 का कुल योग किया है 17 , है ना अजीब शायद आप भी नहीं रोक पाए होंगे अपनी हंसी। लेकिन यह बिल्कुल सच है। परीक्षक ने योग करते समय 27 के स्थान पर कुल 17 नंबर दे दिए।

Advertisement

Advertisement

संबंधित विद्यार्थी की ओर से आरटीआइ में कापी लेने पर लापरवाही का यह मामला सामने आया है। एमबीपीजी कालेज में स्नातक वाणिज्य तृतीय वर्ष के छात्र निखिल सिंह ने बताया कि परिणाम में मार्केटिंग मैनेजमेंट के पेपर में 20 अंक दर्ज किए गए थे।

Advertisement

परीक्षा में पेपर अच्छा गया था लेकिन कम अंक मिलने की आशंका पर उसने आरटीआइ से कापी मंगाई। कापी प्राप्त होने पर मुख्य पृष्ठ पर अंकों का योग 17 लिखा गया था। साथ ही शब्दों में भी वहीं दर्ज था। वहीं अंक तालिका में दो खंड़ों में 12 व 15 प्राप्त हुए थे। उत्तर पुस्तिका के अंदर देखा तो वहां भी 27 अंक मिले थे। ऐसे में वह कापी के मुख्य पृष्ठ को देख हैरान रह गए।

वहीं कापी के अंदर, मुख्य पृष्ठ और परिणाम में अलग-अलग नंबर दर्ज किए गए हैं। बताया कि सात नंबर कम होने से उसके अंकों का प्रतिशत प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि कुमाऊं विवि में सुधार के लिए प्रत्यावेदन देंगे। मगर इस तरह की लापरवाही छात्रों के भविष्य पर काफी भारी पड़ रही है। इस पर विवि को ध्यान देना चाहिए।

Advertisement
Advertisement
Next Article