जैंती में कुंजवाल बैठे उपवास में, कहा क्षेत्र की संस्थाओं को कमजोर कर रही है सरकार
Kunjwal sat on fast in Jainthi, said that the government is weakening the institutions of the area
अल्मोड़ा: जैंती क्षेत्र में स्थित श्री राम सिंह धौनी राजकीय महाविद्यालय जैंती के विज्ञान संकाय के सृजित प्राध्यापकों के पदों को समाप्त करने समेत पूरे संकाय को स्थानांतरित करने के उत्तराखण्ड सरकार के फैसले के विरोध में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने एक दिन के उपवास की शुरुवात की ।
उपवास शुरू करने के दौरान कुंजवाल ने कहा कि वर्तमान की भाजपा सरकार निरन्तर शहीद नर सिंह धानक टीका सिंह कन्याल की वीरभूमि जैंती की सिलसिलेवार उपेक्षा कर रही है पूर्व में वानिकी राज्यस्तरीय प्रशिक्षण संस्थान, पॉलिटेक्निक काँलेज के सिविल ट्रेड जैसे संस्थानों को यहाँ से स्थानांतरित कर चुकी हैं और जब समाज मे अपना बड़ा महत्व रखने वाले महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वo श्री राम सिंह धौनी राजकीय महाविद्यालय जैंती से विज्ञान संकाय को समाप्त करने कि साजिश करके भाजपा सरकार ने जैंती क्षेत्र की महान जनता का अपमान किया है।
कुंजवाल ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकारों में उन्होंने कई महत्वपूर्ण संस्थानों को जैंती क्षेत्र में खुलवाकर इस शहीद वीर भूमि की जनता का सम्मान किया था कई ऐसे शैक्षणिक संस्थान, जो क्षेत्र की नई पीढ़ी के लिए वरदान थे, जिनसे शिक्षा प्राप्त कर युवाओं को अपना भविष्य सुरक्षित करने में मदद मिलती थी परंतु जब से भाजपा की सरकार राज्य में काबिज हुई, इस क्षेत्र में मौजूद सभी संस्थानों की या तो समाप्त किया जा रहा है या उन्हें कमजोर किया जा रहा है।
कुंजवाल ने कहा कि भाजपा के मंत्री मुख्यमंत्री कोरी घोषणाएं करने क्षेत्र में आते है, और जब जब भी आते है, किसी संस्थान को समाप्त करने का शासनादेश पीछे पीछे ले आते है। स्थानीय विधायक को इन सभी सरोकारों से कोई लेना देना नही है, ऐसे सिलसिलेवार संस्थान जाने से क्षेत्र की जनता स्वंय को ठगा महसूस कर रही है। कुंजवाल ने मांग की है कि अविलंब क्षेत्र के संस्थानों में यह कुठाराघात रुकना चाहिए।
सभी विज्ञान संकाय के प्राध्यापकों को पूर्ववत रखा जाए। यहाँ के सभी संचालित संस्थानों के साथ इस तरह की छेड़छाड़ नही होनी चाहिये इसलिए सरकार को चेताने के लिए आज मजबूरन उपवास का फैसला लेना पड़ा उक्त धरना प्रदर्शन एवं उपवास कार्यक्रम में गोविंद सिंह कुंजवाल उपवास पर बैठे, उनके साथ पुर्व प्रधान जीत सिंह धानक, जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि नवीन कोहली, युवा कांग्रेस प्रदेश सचिव गोपाल महरा,
ग्राम प्रधान काण्डे भुवन गहरवाल, कांग्रेस जिला सचिव प्रदीप बिष्ट भी उपवास पर बैठे।
कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह भोज कुंजवाल के समर्थन में अपने साथियों के साथ पहुँचे। कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कुंजवाल के उपवास कार्यक्रम को समर्थन देते हुए कहा कि कुंजवाल ने अपने क्षेत्र की विभिन्न महत्वपूर्ण संस्थानों से नवाजा है। सरकारों से जैंती क्षेत्र में इन संस्थानों को खुलवाया, जिससे स्थानीय युवाओं व आम जनता को काफी लाभ पहुंचा, परन्तु वर्तमान भाजपा सरकार इन संस्थानों को कमजोर करने में लगी हुई है, जो कि उनकी पहाड़ विरोधी मानसिकता का परिचायक है। जैंती क्षेत्र शहीदों की भूमि है भाजपा इस क्षेत्र की जनता का अपमान कर रही है, जिसे बर्दाश्त नही किया जाएगा।
उक्त धरना प्रदर्शन व उपवास कार्यक्रम में गोविंद सिंह कुंजवाल के साथ, कांग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह भोज, पूर्व जिलाध्यक्ष पीतांबर पांडे पुर्व जिला पंचायत सदस्य दिनेश कुंजवाल, पूर्व प्रमुख महेन्द्र मेर,लमगड़ा से जिला महामंत्री दिवान सतवाल, निर्मल रावत, भुवन गहरवाल, चन्दन सिंह बिष्ट,देवेन्द्र धौनी, गोपाल महरा,पान सिंह बर्गली, मोहन कुंजवाल, उमेद सिंह धौनी,गंगा सिंह धानक, राम सिंह धानक कैलाश सिंह, रमेश बिष्ट,प्रदीप बिष्ट, नवीन कोहली,दिवान करायत, अर्जुन नाथ,विक्रम जंतवाल, यशपाल आर्य, धन सिंह, कमल सतवाल, विक्रम सतवाल, किशन सिंह,गोविंद सिंह, गोविंद बोरा,डिकर सिंह ठाकुर, प्रेम बल्लभ काण्डपाल,मनोहर कुंजवाल, प्रेम सिंह, सज्जन सिंह,मोहन सिंह, लक्ष्मी दत्त भट्ट,डिकर सिंह नगरकोटी, हर सिंह पुरन पाण्डे, राम सिंह बगडवाल, मुकेश पाण्डे, आनन्द सिंह, कमल बिष्ट प्रताप राम और क्षेत्र की जनता उपस्तिथि रही।