मेडिकल छात्रा ने सातवीं मंजिल से कूद कर दी अपनी जान, वजह है बेहद चौंकाने वाली, फोन पर कहा'वो मेरे मरने की वजह',
राजधानी जयपुर में होम्योपैथिक की फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट ने सातवें मंडल से खुद कर सुसाइड कर ली। इस मामले में हॉस्टल वार्डन पर छात्रा को टॉर्चर करने का आरोप लगाया गया है और परिवार वालों ने मुकदमा दर्ज कराया है। जांच अब शुरू कर दी गई है।
कोटा की दिव्यांशी होम्योपैथिक कॉलेज में फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट थी। मृतका कोटा की रहने वाली दिव्यांशी नागर है । जो सांगानेर के साईपुरा में स्थित डॉक्टर एमपीके होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट थी। दिव्यांशी कॉलेज कैंपस में बने गर्ल्स हॉस्टल में पढ़ाई कर रही थी। हाल ही में वह अपने मामा मामी के साथ महिंद्रा सेज इलाके में स्थित रहने आई थी।
दिव्यांशी के मामा बिल्डिंग के सातवीं मंजिल पर रहते हैं दिव्यांशी उनके घर 10 मिनट रुकी और बाहर आकर लॉबी से नीचे कूद गई जैसे ही तेज धमाके की आवाज सुनाई दी लोग भाग कर बाहर आए। दिव्यांशी को नाजुक हालत में अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया अब दिव्यांशी के मामा जयंत कलवार ने पुलिस में हॉस्टल वार्डन और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ मामला दर्जकरवाया है।
दिव्यांशी के मामा जयंत का कहना है कि करीब 4:30 बजे दिव्यांशी की मां का कॉल आया जिन्होंने बताया कि हॉस्टल वार्डन ने उन्हें कॉल करके कहा है कि दिव्यांशी को हॉस्टल से निकल रहे हैं। आप जयपुर आ जाइए। जब जयंत अपनी पत्नी को लेकर हॉस्टल पहुंचे तो वार्डन सीमा ने सबके सामने दिव्यांशी की शिकायत की। सीमा ने कहा कि दिव्यांशी चोरी करती है।
दिव्यांशी इस बात से काफी आहत हुई और कहा कि इस तरह उसे बेवजह परेशान किया जा रहा है। पहले भी सीकर की रहने वाली एक लड़की के साथ हॉस्टल में इसी तरह का बर्ताव करके उसे निकलवा दिया था। मामा जयंत का कहना है कि टॉर्चर से परेशान होकर दिव्यांशी ने सुसाइड किया है। फिलहाल पुलिस जांच होने के बाद ही सुसाइड के कारणों का पता चल सकेगा।