अभी अभी
उत्तराखंड | नैनीतालहरिद्धारसोमेश्वररूद्रप्रयागरामनगरभतरोजखानबेरीनागबेतालघाटबागेश्वरपौड़ी गढ़वालपिथौरागढ़हरिद्वारहल्द्धानीदेहरादूनअल्मोड़ाताड़ीखेतचम्पावतऊधम सिंह नगरउत्तरकाशी
जॉब अलर्ट
देश | हिमांचल प्रदेश
दुनिया
Advertisement

अल्मोड़ा में सड़क से घर तक बंदरों का आतंक,सामाजिक कार्यकर्ता संजय पाण्डे ने की सीएम हैल्पइलाइन में शिकायत

09:37 AM Sep 10, 2024 IST | Newsdesk Uttranews
Advertisement

अल्मोड़ा में बंदरों का आतंक अब लोगों के लिए एक बड़ी समस्या बन गया है। रोजमर्रा की जिंदगी में बंदरों के बढ़ते हमलों से स्कूली बच्चे, राहगीर, और यहां तक कि घरों में रहने वाले लोग भी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। बंदर सिर्फ सड़कों पर ही नहीं बल्कि घरों में भी घुसकर नुकसान कर रहे हैं, जिससे नागरिकों का जीना दूभर हो गया है।

Advertisement


सामाजिक कार्यकर्ता संजय पाण्डे ने ने कहा कि उन्होंने कई बार इस समस्या के समाधान के लिए जिलाधिकारी से मुलाकात की है और ज्ञापन भी सौंपा है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा कि बंदरों की संख्या बेकाबू हो गई है और स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है।

Advertisement


पाण्डे ने आरोप लगाते हुए कहा कि वन विभाग ने इस समस्या को हल करने के लिए मेरठ से एक टीम बुलवाई थी, जिसने पिंजरे लगाकर बंदर पकड़ने की कोशिश की, लेकिन यह प्रयास पूरी तरह से असफल रहा। कहा कि स्थानीय लोग आरोप लगा रहे हैं कि यह अभियान सिर्फ दिखावे के लिए था और बंदरों को पकड़ने की कोई गंभीर कोशिश नहीं की गई। संजय पाण्डे के अनुसार, उनके इलाके में तो सिर्फ एक दिन के लिए पिंजरा लगाया गया, वो भी महज दो घंटे के लिए, और फिर उसे हटा दिया गया।

Advertisement


संजय पाण्डे ने यह भी कहा कि बंदरों को मैदानी इलाकों से पहाड़ी क्षेत्रों में छोड़ने की घटनाएं सामने आई हैं, लेकिन इनकी रोकथाम के लिए सीमा चौकियों पर कोई सख्त चेकिंग नहीं की जा रही। उन्होंने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि होली और दीवाली के दौरान तो वन विभाग पूरी तरह से सतर्क रहता है, लेकिन इस गंभीर समस्या पर उनकी उदासीनता चिंताजनक है।

Advertisement


उन्होंने मांग की है कि मौजूदा बंदर पकड़ने के अभियान को बंद कर ठोस और कारगर कदम उठाए जाएं, और सीमा चौकियों पर सख्त निगरानी के आदेश दिए जाएं ताकि बाहर से बंदरों को लाकर अल्मोड़ा में छोड़ने की घटनाओं पर रोक लग सके। संजय पाण्डे ने बताया कि उन्होंने इस मामले में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज करवाई गई है, संजय पाण्डे ने कहा कि कि वे जल्द ही इस मामले में समाधान के लिए नव आगंतुक जिलाधिकारी से मिलेंगे और बंदरों के आतंक से निजात पाने के लिए स्थायी समाधान की मांग करेंगे।

Advertisement
Advertisement
Next Article