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राज्य में पहली बार डीएलएड प्रवेश परीक्षा के लिए 40 हजार से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए हैं। प्राप्त आवेदन के बाद प्रवेश परीक्षा और काउंसलिंग होगी जिसके बाद प्रदेश के 13 राजकीय शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में 50-50 डीएलएड अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया जाएगा।
बता दें कि उत्तराखंड विद्यालय शिक्षा परिषद ने बीते पांच सितंबर से आवेदन की प्रक्रिया प्रारंभ की थी। उत्तराखंड डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) के अंतर्गत प्राथमिक शिक्षक (पहली से पांचवीं कक्षा तक) के शिक्षकों बनने की पात्रता डीएलड है। प्रदेश के 13 राजकीय शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डाइट) प्रत्येक में 50-50 सीटें निर्धारित हैं। इसमें विज्ञान और कला श्रेणी के लिए 325- 325 सीटें निर्धारित होती हैं।
डीएलएड की उपयोगिता इस वर्ष इसलिए भी ज्यादा बढ़ गई है क्योंकि बीते वर्ष सितंबर 2023 में उच्चतम न्यायालय ने एक मामले की सुनवाई के दौरान प्राथमिक कक्षाओं के शिक्षक के लिए बीएड की मान्यता को निरस्त कर दिया था, अब प्राथमिक शिक्षा में सहायक अध्यापक के लिए दो वर्षीय डीएलएड मान्य होगा। ऐसे में बीएड करने के बजाय अब अभ्यर्थी डीएलएड करने में ज्यादा रुचि दिखा रहे हैं।
40 हजार से अधिक प्राप्त आवेदनों की स्क्रूटनी शिक्षा परिषद के लिए चुनौती हाेगी। आनलाइन प्राप्त आवेदन की जांच में यह देखाना पड़ेगा कि आवेदन करने वाले अभ्यर्थी परीक्षा के लिए पात्र है या नहीं। आवेदन पत्रों की जांच के बाद अनुक्रमांक आावंटन और उसके बाद प्रवेश परीक्षा केंद्र बनाया भी आसान नहीं होगा।
विनोद कुमार सिमल्टी, सचिव उत्तराखंड विद्यालय शिक्षा परिषद ने कहा कि डीएलएड के 40 हजार से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए हैं। आगे 30 नवंबर को प्रवेश परीक्षा होगी। जिसके बाद काउंसलिंग की जाएगी। सत्र जरूर विलंब से प्रारंभ होगा, लेकिन समय पर पाठ्यक्रम की पढ़ाई पूरी कर ली जाएगी और समय पर परीक्षा भी आयोजित की जाएगी। इस बार प्रवेश प्रक्रिया भी पहली बार आनलाइन माध्यम से ही होगी।