अभी अभी
उत्तराखंड | नैनीतालहरिद्धारसोमेश्वररूद्रप्रयागरामनगरभतरोजखानबेरीनागबेतालघाटबागेश्वरपौड़ी गढ़वालपिथौरागढ़हरिद्वारहल्द्धानीदेहरादूनअल्मोड़ाताड़ीखेतचम्पावतऊधम सिंह नगरउत्तरकाशी
जॉब अलर्ट
देश | हिमांचल प्रदेश
दुनिया
Advertisement

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कैंची धाम में नई व्यवस्था: अब वाहन पार्क कर शटल से पहुंचकर करेंगे बाबा नीम करौली महाराज के दर्शन

08:47 PM Mar 25, 2025 IST | उत्तरा न्यूज टीम
featuredImage featuredImage
Advertisement
Advertisement

भवाली स्थित कैंची धाम में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और यातायात की समस्या को देखते हुए प्रशासन ने नई शटल सेवा और पार्किंग व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया है। बीते दिवस कुमाऊं परिक्षेत्र नैनीताल के पुलिस महानिरीक्षक और नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने भवाली क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण कर यातायात व्यवस्था की समीक्षा की। इस दौरान पुलिस प्रशासन ने श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए तात्कालिक और दीर्घकालिक योजनाओं को लागू करने का निर्णय लिया।

Advertisement

नई व्यवस्था के तहत 26 मार्च 2025 से कैंची धाम आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक अपने निजी वाहनों को निर्धारित पार्किंग स्थलों पर पार्क करेंगे और वहां से शटल सेवा का उपयोग कर मंदिर तक पहुंचेंगे। भीमताल मार्ग से आने वाले श्रद्धालु अपने वाहन इंडस्ट्रियल एरिया भीमताल पार्किंग स्थल में पार्क करेंगे, जबकि ज्योलिकोट-भवाली मार्ग से आने वाले श्रद्धालु भवाली सेनेटोरियम के पास स्थित कैंची बाईपास पर 1.5 किमी तक पार्किंग स्थल में अपने वाहन पार्क करेंगे और फिर शटल सेवा से आगे की यात्रा करेंगे।

Advertisement

शटल सेवा सामान्य दिनों में प्रातः 08:00 बजे से दोपहर 02:00 बजे तक संचालित होगी। वीकेंड और त्योहारों के दौरान यह सेवा प्रातः 07:00 बजे से रात्रि 08:00 बजे तक उपलब्ध रहेगी। इन दिनों भारी वाहनों का आवागमन प्रातः 08:00 बजे से रात्रि 09:00 बजे तक प्रतिबंधित रहेगा। पहाड़ की ओर जाने वाले अन्य वाहन अपने सामान्य मार्ग से यात्रा कर सकेंगे।

Advertisement

पुलिस प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं और पर्यटकों से अनुरोध किया है कि वे इस नई यातायात व्यवस्था का पालन करें और प्रशासन का सहयोग करें, ताकि यात्रा सुगम और व्यवस्थित हो सके। नैनीताल पुलिस कैंची धाम आने वाले श्रद्धालुओं और स्थानीय जनता की सुविधा के लिए लगातार प्रयासरत है और भविष्य में भी दीर्घकालिक व्यवस्थाओं को लागू करने की दिशा में कार्य कर रही है।

Advertisement
Advertisement