उत्तराखंड में अब फ्री के गेहूं, चावल और चीनी पर मंडराया का संकट, मई के लिए राशन डीलरों ने दे डाली चेतावनी
गेहूं चावल चीनी पर उत्तराखंड में में महीने में संकट आ सकता है। उत्तराखंड में राशन डीलरों ने इसको लेकर चेतावनी भी दी है।
ऑल इंडिया फेमस प्राइस शॉप डीलर्स फेडरेशन उत्तराखंड में विभिन्न मांगों को लेकर मई में गोदाम से राशन नहीं उठाने की चेतावनी दी है, लेकिन देहरादून के कई डीलर ने इसका विरोध भी किया है।
डीलर ने कहा है कि राशन नहीं उठाने से आम लोगों को काफी परेशानी हो सकती है। फेडरेशन का कहना है कि कोरोना कल में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के लाभांश और भाड़े की धनराशि का भुगतान आदेश के बाद भी डीलरों को नहीं हुआ।
वही प्रदेश के सात जिलों में अक्टूबर 2024 और अन्य जिलों में जनवरी 2025 से एनएफएसए के राशन का लाभांश अभी तक नहीं मिला। फेडरेशन ने यह भी आरोप लगाया कि गोदाम से उन्हें राशन तोलकर नहीं दिया जाता है।
ऐसे में संगठन ने आयुक्त खाद्य को ज्ञापन भेजा है कि मई 2025 का राशन नहीं उठाने दिया जाएगा, लेकिन देहरादून में अधिकांश राशन डीलर फेडरेशन का साथ नहीं दे रहे हैं।
उन्होंने कहा है कि पूर्व में भी फेडरेशन की ओर से यह चेतावनियां दी गई थी लेकिन तब भी समस्याओं का निधन नहीं हुआ। उत्तराखंड सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता परिषद के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र गुप्ता ने कहा कि डीलर राशन नहीं उठाने और गोदाम में धरना देने के खिलाफ हैं।