OMG! महिला ने जन्म दिया ऐसे बच्चे को, डर गए डॉक्टर, तुरंत माँ से किया अलग
अमेरिका में दुर्लभ घटना:
बच्चे के जन्म के बाद हर परिवार खुशी मनाता है, लेकिन अमेरिका के लॉस एंजेलिस में रहने वाली अंडालूसिया मेसा के लिए यह खुशी कुछ ही पल टिकी। उनके नवजात को देखकर डॉक्टर तक डर गए। बच्चे की त्वचा बैंगनी थी और वह सही से सांस नहीं ले पा रहा था। डॉक्टरों ने तुरंत बच्चे को माँ से अलग कर दिया और उसका विशेष इलाज शुरू किया।
डिलीवरी के बाद का भयानक अनुभव:
अंडालूसिया ने बताया, “मेरी प्रेग्नेंसी सामान्य थी। जब बच्चा पेट में हरकत करता, तो बहुत खुशी होती थी। डिलीवरी के समय मैं बेहद उत्साहित थी, लेकिन जब बच्चे को देखा, तो डर गई। डॉक्टरों ने बताया कि उसके फेफड़ों में लिक्विड भर गया था, जिससे संक्रमण फैल गया था। वह सांस नहीं ले पा रहा था और तुरंत एनआईसीयू में भर्ती करना पड़ा।”
दुर्लभ स्थिति का पता चला:
डॉक्टरों ने बच्चे की हालत बिगड़ते देख कई टेस्ट किए। ईईजी टेस्ट से पता चला कि हर 30 मिनट में उसे दौरे पड़ रहे थे, जिससे मस्तिष्क को नुकसान हो रहा था। एमआरआई में यह बात सामने आई कि बच्चे को एक दुर्लभ स्थिति, हेमिमेगालेन्सेफली (एचएमई) है। यह स्थिति बच्चे के मस्तिष्क के एक हिस्से को प्रभावित करती है और अक्सर गर्भावस्था के दौरान इसका पता नहीं चलता।
मस्तिष्क की सर्जरी:
डॉक्टरों ने बताया कि हेमिस्फेरेक्टॉमी ही इस समस्या का एकमात्र समाधान है। जब बच्चा एक महीने का था, तब सर्जरी की गई। इस सर्जरी में बच्चे के मस्तिष्क के बाएँ हिस्से को हटाया गया। इससे दौरे 50% तक कम हो गए, लेकिन दूसरी सर्जरी भी करनी पड़ी।
माँ की भावनाएँ:
अंडालूसिया ने कहा, “हमने अपने बच्चे की जान बचाने के लिए हर मुमकिन कोशिश की। सर्जरी पर 5 लाख डॉलर (करीब 42 करोड़ रुपये) खर्च हुए। वह अब थोड़ा बेहतर है, लेकिन सिर नहीं उठा पाता। फिलहाल वह 5-6 अलग-अलग एंटी-एपिलेप्टिक दवाओं पर है और अब भी उसे दौरे पड़ते हैं।”
हेमिमेगालेन्सेफली: एक दुर्लभ स्थिति:
चिल्ड्रेन नेशनल हॉस्पिटल के अनुसार, यह स्थिति बेहद दुर्लभ है और सिर्फ एमआरआई से ही इसका पता चलता है। गर्भावस्था के दौरान एमआरआई न होने की वजह से इसका पहले से पता नहीं चल सका।