त्योहारों का सीजन समाप्त हो गया है। इसके बाद भी प्याज की कीमतें नहीं घटी है। आलम यह है कि थोक मार्केट में ही प्याज का रेट 40- 60 रुपये किलो से बढ़कर 70- 80 रुपये किलो हो गया है।यानी प्याज के रेट में 20 रुपये किलो की दर से बढ़ोतरी हुई है। इससे आम जनता के किचन का बजट बिगड़ गया है। कीमत ज्यादा होने के चलते कई परिवारों ने तो प्याज खरीदना ही छोड़ दिया है। वहीं, व्यापारियों का कहना है कि अभी प्याज की कीमतों में गिरावट की कोई उम्मीद नहीं है।न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, देश के सबसे बड़े प्याज उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में अक्टूबर के महीने में भारी बारिश के कारण लाल प्याज की नई फसल को आने में देरी हुई है। जिससे पूरे देश में, खासकर पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ सहित उत्तर भारत के कई राज्यों में प्याज की आपूर्ति पहले के मुकाबले कम हो गई है। जिसकी कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। वहीं, कीमतों में बढ़ोतरी के कारण उपभोक्ता परेशान हैं।