अल्मोड़ा:: एलएलबी-एलएलएम प्रवेश प्रक्रिया पर उठाए सवाल, कोर्ट जाने की चेतावनी
Almora: Questions raised on LLB-LLM admission process, warning of going to court
अल्मोड़ा:युवा कांग्रेस के प्रदेश संगठन सचिव व
अधिवक्ता गोपाल भट्ट ने आरोप लगाया है कि नियमों को ताक में रख एलएलबी एलएलएम में प्रवेश कराए जा रहे हैं, इससे छात्र परेशान हैं।
भट्ट ने कहा समर्थ पोर्टल सिस्टम फेल है और यह एक प्रकार से रिमोट नियंत्रित साबित हो रहा है।
इससे उच्च शिक्षा में छात्र - छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा हैं प्रदेश में सभी सरकारी यूनिवर्सिटी शिक्षक, पुस्तक के लिए जूझ रही हैं ।
उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत सोबन सिंह जीना विश्व विद्यालय अल्मोड़ा द्वारा 2024 उत्तराखंड राज्य संयुक्त विधि प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई तथा उसके बाद रिजल्ट घोषित किया।
प्रत्येक छात्र की रैंक जारी की उसके बाद छात्राओं
द्वारा समर्थ पोर्टल के माध्यम फीस के साथ काउंसलिंग की तत्पश्चात प्रथम मेरिट लिस्ट जारी की गई सभी प्राइवेट कालेज और सरकारी कॉलेज हेतु कॉलेजों का चयन व मैरिट के आधार पर परीक्षा के अंक तथा अन्य अधिमान एवम अन्य प्रमाण पत्र के आधार प्रिफरेंस ज्यादा नंबर वाले को सोबन सिंह जीना परिसर अल्मोड़ा सरकारी कालेज तथा अन्य को प्राइवेट कालेज और कालेज चॉइस के आधार पर प्रवेश मिलना था।
प्रदेश के अलग अलग जिलों से छात्रों ने संपर्क किया मुलाकात की गड़बड़ी बताई तो लिस्ट का खुद भी अवलोकन किया तो वास्तव में ऐसा हुआ हैं
ऑन लाइन समर्थ पोर्टल के तकनीकी खराबी के कारण उच्च शिक्षा विभाग एक तरफ बड़े बड़े दावे कर रहा हैं लेकिन एक पोर्टल सही ढंग से सरकार द्वारा नही चलाया जा रहा हैं और कालेजों में सरकार का उच्च अधिकारियों के एकदम रिमोट कंट्रोल सिस्टम से सारी दिक्कतों का सामना पढ़ने वाले छात्रों को करना पड़ रहा हैं।
किसी छात्र का कॉलेज सेलेक्शन में सारे कालेजों के ऑप्शन ही नही आया और किसी का आया तो मैरिट उपर नीचे कर दी। यह छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ ना करे विश्व विद्यालय प्रशासन
मैरिट लिस्ट देखने के बाद केटेगरी और जिनके नंबर ज्यादा हैं उनको सेल्फ फाइनेंस और प्राइवेट कॉलेज दिया गया हैं और इस ही गड़बड़ लिस्ट में प्रवेश भी शुरू कर दिए गए हैं जिनके नंबर कम थे उनको सामान्य प्रवेश दिया गया जो मामला सामने आया।
कहा कि विश्व विद्यालय प्रशासन संपर्क कर रहे छात्रों से विश्विद्यालय अपना पला झाड़ रहा हैं समर्थ पोर्टल पर सरकार के रिमोट कंट्रोल सिस्टम पर आम छात्र पूछना चाहता हैं आखिर इसकी
इसकी जबाबदेही कौन लेगा विश्व विद्यालय प्रशासन या शिक्षा मंत्री। कहा कि मैरिट में बहुत खामियां हैं।
गोपाल भट्ट ने बताया कि सोबन सिंह जीना विधि विभाग अल्मोड़ा में एलएलबी की टोटल 160 सीट हैं 100 सीटें सामान्य( सरकारी) और 10 सीट ईडब्ल्यूएस तथा 50 सेल्फ फाइनेंस की हैं जबकि प्रथम मैरिट लिस्ट में केवल 135 निकाली गई हैं जिनमे से 100 सीट सामान्य (रेगुलर )तथा 35 सीटें सेल्फ फाइनेंस के लिए निकाली हैं ईडब्ल्यूएस की 10 सीटे अलग से ना देकर सामान्य सीटों में जोड़ी गई हैं तथा एलएलएम प्रवेश में भी यही सभी नियमों का उल्लंघन हुआ हैं जो नियम के विरुद्ध हैं इस पूरे प्रवेश परीक्षा में रिजर्वेशन के नियमों का पूरी तरह उल्लंघन किया गया है।
उन्होंने मांग की कि विश्व विद्यालय प्रशासन और परीक्षा आयोजित करने वाली कमेटी संज्ञान ले और इसमें सुधार करे । कहा कि सुधार न होने की दशा में जिम्मेदार और लापरवाह अधिकारी का घेराव किया जाएगा छात्र हित में अगर कोर्ट भी जाना पड़े तो जायेंगे।