रेखा गुप्ता सरकार ने दिल्ली में उठाया बड़ा कदम, अब राशन कार्ड वाले हो जाएं सावधान,जाने यह 10 बड़ी बातें
दिल्ली में राशन कार्ड धारकों के लिए एक बड़ी खबर सामने आ रही है। अब सभी राशन कार्ड का ई वेरिफिकेशन करवाना अनिवार्य हो गया है। फ्रॉड को रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने राशन कार्ड का ई वेरीफिकेशन करवाने का फैसला लिया है जिसके तहत आपको आधार कार्ड नंबर देना जरूरी होगा।
दूसरी ओर आधार कार्ड वेरीफाई करवाने के लिए भी राशन कार्ड की जरूरत होगी। बताया जा रहा है कि आई वेरिफिकेशन की आखिरी तारीख 31 मार्च है। राशन कार्ड का ई वेरीफिकेशन प्रोसेस इसलिए भी जरूरी है क्योंकि कार्ड धारक कई सरकारी योजनाओं से जुड़े हुए हैं।
ऐसे में अगर आप भी महिला समृद्धि योजना , आयुष्मान भारत योजना या उज्जवला योजना के पात्र हैं, तो राशन कार्ड का ई-वेरिफिकेशन करवा लें। 10 पॉइंट्स में जानें पूरी जानकारी
राशन कार्ड के लिए ई केवाईसी प्रोसेस साल 2013 के बाद लगातार अनिवार्य हो गया है। नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट के तहत साल 2013 में वेरिफिकेशन और स्मार्ट राशन कार्ड बनाए जा रहे हैं।
दिल्ली में लगभग सभी राशन कार्ड धारकों का बायोमेट्रिक भी किया जा रहा है और सभी के राशन कार्ड उनके आधार कार्ड से लिंक है। हालांकि, हर 5 साल में जरूरी तौर पर होने वाली वेरिफिकेशन प्रक्रिया साल 2013 के बाद से नहीं हुई है। इसलिए अब ई-केवाईसी प्रक्रिया के जरिए अपात्र नाम लिस्ट से हटाए जाने हैं।
इस 12 साल के अंतराल में जिन कार्ड धारकों की मृत्यु हो गई है। वह लोग केवल निवास प्रमाण पत्र के लिए राशन कार्ड रखते हैं। उन सबके ही नाम हटाए जाएंगे। सरकारी नौकरी प्राप्त करके अच्छी आय कमाने वालों का नाम भी लिस्ट से हटा दिया जाएगा।
इस प्रक्रिया के जरिए फ्रॉड को कम किया जा सकेगा और यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि केवल पात्र परिवारों को ही राशन कार्ड की सुविधाओं का लाभ मिल सके।
इस प्रिक्रिया को पूरा करने के लिए आप फोन पर 'Mera e-KYC' नाम की एप्लीकेशन का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसे केंद्र सरकार द्वारा लॉन्च की गई एप है।
दिल्ली में मुख्य रूप से दो तरह के आधार कार्ड है । एक PR और दूसरा AAY. पीआर राशन कार्ड में 3 किलो गेहूं, 2 किलो चावल प्रति व्यक्ति मिलता है. वहीं, आय राश कार्ड में 21 किलो गेहूं, 14 किलो चावल और एक किलो चीनी दी जाती है।
वह परिवार जिनकी सालाना ₹100000 से कम है। उन्हें कम से कम 5 किलो अनाज जिसमें 4 किलो गेहूं और 1 किलो चावल दिया जाता है। इसमें 1 किलो चीनी भी हर महीने मिलती है।
देश में कुल 72,77,995 राशन कार्ड धारक हैं, जिनमें से करीब 17 लाख ने ई-केवाईसी कर लिया है। वहीं, दिल्ली में 17,41,266 राशन कार्ड धारक हैं और 1971 राशन की दुकानें हैं।
दिल्ली सरकार राशन डीलर्स संघ के महासचिव सौरव गुप्ता ने बताया कि जब राशन की दुकानों पर आई वेरिफिकेशन करने के लिए और e-POS मशीन के लिए अतिरिक्त फंड नहीं दिए जा रहे थे, तो उन्हें कोर्ट का रुख करना पड़ा।
इसको लेकर एक दुकानदार ने बताया कि वह लोगों का ई-केवाईसी e-POS मशीन से नहीं करवा रहे, बल्कि फोन एप्लीकेशन के जरिए प्रक्रिया पूरी करवा रहे हैं।