मानसून के सीजन में सब्जियों की कीमत काफी बढ़ गई है जिससे आम जनता को काफी झटका लगा है। इसी बीच अब लोगों के लिए राहत भरी खबर आ रही है लगभग साल भर से परेशान आम जनता अब राहत की सांस लेगी क्योंकि बताया जा रहा है कि अब दाल की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है। ऐसे में कहा जा रहा है कि आने वाले महीना में दालों की कीमतों में और गिरावट आ सकती है।सूत्रों के अनुसार पिछले 1 महीने में देश के विभिन्न मंडियो में दाल की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है।चना, तुअर यानी अरहर और उड़द जैसी दालों के दाम नरम पड़ रहे हैं। ऐसे में आम लोगों के लिए राहत की बात है, क्योंकि दालों की कीमतें साल भर से ज्यादा समय से तेज चल रही थीं। फरवरी में डालो कि महंगाई दर 19.54 फीसदी पर थी, जो जून में कम होकर 16.07 फीसदी पर आ गई है।बताया जा रहा है कि अरहर दाल की खुरदरा कीमतें कम होकर शनिवार को 160 रुपए किलो दर्ज की गई है जो कि पिछले महीने से 5.8% कम है। इसी तरह मसूर दाल एक महीने पहले की तुलना में 10% सस्ती हो गई है और इसका मूल्य अब ₹90 प्रति किलो हो गया है।अधिकारियों का कहना है कि प्रमुख मंडियों में चना, अरहर और उड़द दाल की कीमतें पिछले एक महीने के दौरान 4 %तक कम हुई हैं।बताया जा रहा है कि आने वाले समय में दालों की कीमतों में काफी कमी आ सकती है। कीमतो मे इस कमी का मुख्य कारण सरकारी प्रयासों से आयात में लाई तेजी बताई जा रही है। सरकार ने दलों की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए अरहर,उड़द और मसूर की डाल पर ड्यूटी फ्री इंपोर्ट को 31 मार्च 2025 तक के लिए बढ़ा दिया है। इसके चलते दालों का आयात बढ़ रहा है। पिछले वित्त वर्ष में भारत ने 4.73 मिलियन टन दालों का आयात किया था, जो वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में 90% ज्यादा है।