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कानपुर के जाजमऊ इलाके में एक बंद मदरसे में एक बच्चे का कंकाल मिला है जिसके बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। यह कंकाल स्कूली ड्रेस में लिपटा हुआ है। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर कंकाल को अपने कब्जे में ले लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता चलेगा कि बच्चे की मौत कैसे हुई?
यह मामला पोरखपुर इलाके का है जहां कदरिया उलूम नाम का यह मदरसा चार साल पहले कोविड के दौरान बंद कर दिया गया था। मकान मालिक शब्बीर अहमद बेकनगंज के रहने वाले हैं और मदरसे में उनके दामाद परवेज अख्तर 10 साल पहले इसे चलाते थे। 2 साल पहले कैंसर से परवेज की भी मौत हो गई। परवेज के बेटे अमजद का कहना है कि करीब डेढ़ 2 साल पहले भी इस मदरसे का ताला टूटा मिला था जिसके बाद उन्होंने एक नया ताला लगा दिया था।
लेकिन अंदर जाकर उन्होंने नहीं देखा था बुधवार को उनके रिश्तेदार अनस ने उन्हें बताया कि ताला फिर टूट गया है जब उन्होंने अंदर जाकर देखा तो एक बच्चे का कंकाल पड़ा मिला।
सूचना मिलने पर ADCP पूर्वी राजेश कुमार श्रीवास्तव और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। जांच में पाया गया कि कंकाल पूरी तरह से डिस्पोज हो चुका है और केवल कपड़े और हड्डियां बची हैं। फॉरेंसिक विशेषज्ञों का कहना है कि यह बताना मुश्किल है कि शव मेल है या फीमेल। मौके पर कोई और सामान नहीं मिला, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि यह हत्या है या बच्चा मदरसे के अंदर गलती से बंद हो गया था। भूख या बीमारी से मौत की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
पुलिस ने कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है जाजमऊ थाना पुलिस इस मामले में अब गहराई से जांच कर रही है। घटना से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है और पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि बच्चे की मौत कैसे हुई।