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शहरी विकास एवं आवास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने राज्य में मास्टर प्लान लागू होने में देर होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए 70 शहरों के लिए जल्द मास्टर प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। हरिद्वार, नैनीताल, हल्द्वानी आदि शहरों पर भी फोकस किया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में मानचित्र स्वीकृति और मास्टर प्लान लागू होने में आ रही कठिनाइयों को भी जल्द दूर किया जाए। बैठक के दौरान आवास विभाग के अधिकारियों के मुताबिक देहरादून, काशीपुर और रूद्रपुर के मास्टर प्लान को लेकर काफी काम हो चुका है।
लेकिन स्थानीय जरूरतों को देखते हुए इसमें अभी कई संशोधन प्रस्तावित हैं। बता दें कि देहरादून सहित राज्य के अधिकतर शहरों के लिए लंबे समय से मास्टर प्लान का काम चल रहा है लेकिन अफसर इसे अभी तक पूरी तरह तैयार नहीं कर पाए हैं।
आवास मंत्री ने सोमवार को यमुना कॉलोनी स्थित कैंप कार्यालय में राज्य में मास्टर प्लान की स्थिति को लेकर अफसरों की बैठक ली। उन्होंने मास्टर प्लान लागू होने में हो रही देरी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए अफसरों को इस मामले में तेजी लाने के निर्देश दिए है।
बैठक के बाद अग्रवाल ने बताया कि राज्य के 70 शहरों के लिए मास्टर प्लान तैयार किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अफसरों से ली गई रिपोर्ट की माने तो रूड़की, हरिद्वार, नैनीताल और हल्द्वानी के मास्टर प्लान का कार्य गतिमान है।
आवास मंत्री ने कहा कि ऋषिकेश का मास्टर प्लान 2019 में तैयार कर दिया गया था। लेकिन अभी तक लागू नहीं किया गया है। मंत्री ने इस पर नाराजगी जताते हुए अफसरों को कहा कि जल्द स्थानीय लोगों, व्यापारियों, श्रद्धालुओं और पर्यटकों को ध्यान में रखकर मास्टर प्लान लागू किया जाए।
अग्रवाल ने इस दौरान मुनिकीरेती, तपोवन, स्वर्गाश्रम, जौंक, लक्ष्मणझूला आदि में आधुनिक विकास का नया मॉडल तैयार करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मास्टर प्लान में टूरिज्म को बढ़ावा देने के साथ ही आईएसबीटी नए और भव्य रूप में बनाया जाएगा।