राजस्थान की राजधानी जयपुर से एक रूह कंपा देने वाली घटना सामने आई थी। हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, जयपुर के भांकरोटा इलाके में अजमेर एक्सप्रेसवे पर हुए भीषण गैस टैंकर हादसे ने प्रशासन और परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहें है। गौर हो कि शनिवार (21 दिसंबर, 2024) को हुए इस हादसे में 14 लोगों की जान चली गई और 45 लोग झुलस गए। हादसा उस समय हुआ जब दिल्ली की जैन कैरिंग कॉरपोरेशन का ट्रक यू-टर्न ले रहे एलपीजी टैंकर से टकरा गया। जिसके बाद टैंकर में जोरदार धमाका हुआ, जिससे 40 से ज्यादा वाहनों में आग लग गई।इस मामले में परिवहन विभाग की जांच में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। हादसे के लिए जिम्मेदार ट्रक चालक हरियाणा निवासी था और वह 'सीरियल ऑफेंडर' निकला। पिछले दो साल में उसका सात बार चालान हो चुका था। जिसमें रफ ड्राइविंग, सिग्नल तोड़ना और लापरवाही से गाड़ी चलाना जैसी गंभीर गलतियां शामिल हैं। ट्रक का हालिया चालान अक्टूबर 2024 में ब्यावर में किया गया था। इससे पहले मार्च 2024 में उदयपुर में सिग्नल तोड़ने और सितंबर 2023 में जयपुर में लापरवाही से वाहन चलाने पर भी जुर्माना लगाया गया था। बता दें कि, विस्फोट का शिकार हुआ एलपीजी टैंकर गुजरात के मुंद्रा से आगरा जा रहा था। परिवहन विभाग की जांच में पता चला है कि इस टैंकर के खिलाफ दो बार मोटर वाहन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा चुकी है। मार्च 2024 में भरतपुर में एचएसआरपी (हाई-सिक्योरिटी नंबर प्लेट) न होने और जनवरी 2023 में उन्नाव में सीट बेल्ट न लगाने पर चालान काटा गया था। टक्कर के बाद टैंकर में विस्फोट इतना भीषण था कि आग की लपटें 200-300 मीटर तक फैल गईं। हाईवे पर ट्रक और टैंकर के अलावा आसपास मौजूद कई वाहन आग की चपेट में आ गए। इस दर्दनाक हादसे में अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 45 लोग गंभीर रूप से घायल हैं।