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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एडीजी ऑफिस से लौट रहे दरोगा की गर्दन चीनी मांझे में फंस गई और उनका गला कट गया।
उन्हें गंभीर हालात में अस्पताल ले गए। जहां पर उन्हें उपचार दिया जा रहा है डॉक्टरों के मुताबिक दरोगा की हालत खतरे से बाहर है। मांझे की रगड़ से उनके गले पर काफी गहरा कटा हुआ है।
बता दें कि चाइनीज मांझे पर प्रतिबंध है। बावजूद इसके भी इसका प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है। इसके कारण राजधानी में एक दरोगा गंभीर रूप से घायल हो गया। वह एडीजी ऑफिस से ड्यूटी कर बाइक द्वारा वापस घर लौट रहे थे। तभी पकरी पुल के पास उनकी गर्दन में चाइनीज मांझा फंस गया। इनकी बाइक असंतुलित होकर गिर गई और वह जमीन पर घायल हो गए। मांझे की तेज धार से उनके गले में गहरी चोट आ गई।
दरोगा को बीच सड़क पर खून से लथपथ देख वहां लोगों की भीड़ इक्ट्ठा हो गई। किसी ने उनकी मदद नहीं कि बल्कि मोबाइल से उनके फोटो खींचने लगे।
इसी बीच ट्रैफिक ड्यूटी से लौट रहे दो होमगार्डों ने दरोगा को घायल अवस्था में देखा। होमगार्ड सुमित कुमार और विकास तिवारी उन्हें इलाज के लिए लोकबंधु अस्पताल लेकर भागे।
वहां उन्हें भर्ती कर उनका इलाज शुरू किया गया डॉक्टरों ने दरोगा के गले पर कहर टांके लगाए। होमगार्डों ने घटना की जानकारी कृष्णानगर पुलिस को दी। होमगार्ड विकास तिवारी ने बताया कि उसकी और सुमित यादव की ड्यूटी पकरी पुल के पास लगी थी। ड्यूटी करने के बाद वह वापस अपने घर जा रहे थे। बौद्ध बिहार उपवन के पास पहुंचने पर उन्हें सड़क पर घायल हालत में सब इंस्पेक्टर मिले। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया है।