For the best experience, open
https://m.uttranews.com
on your mobile browser.
Advertisement
उत्तरकाशी में दर्दनाक हादसा  यमुना में गिरी पिकअप  तीन लोगों की मौत
Oplus_131072

उत्तरकाशी में दर्दनाक हादसा, यमुना में गिरी पिकअप: तीन लोगों की मौत

12:11 PM Apr 14, 2025 IST | उत्तरा न्यूज टीम
Advertisement job
Advertisement vivekanandssm

उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर सोमवार सुबह एक भीषण सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। हादसा उस वक्त हुआ जब विकासनगर से परचून का सामान लेकर उत्तरकाशी के मोरी जा रही एक पिकअप वाहन चामी क्षेत्र के समीप अचानक अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी और यमुना नदी में समा गई।

Advertisement

घटना सुबह करीब सात बजे की है। पिकअप वाहन (संख्या HP.17G 0319) जैसे ही चामी के पास पहुंचा, चालक का नियंत्रण वाहन से हट गया और वह सीधे नीचे खाई में जा गिरा। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि वाहन में सवार तीनों लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान वाहन चालक नौशाद (पुत्र नूर मोहम्मद, उम्र 25 वर्ष), परवीन जैन (पुत्र चमन लाल, उम्र 45 वर्ष) और अजय शाह (पुत्र बरगीनाथ, उम्र 30 वर्ष) के रूप में हुई है। तीनों उत्तराखंड के देहरादून जिले के जीवनगढ़, विकासनगर क्षेत्र के निवासी थे।

Advertisement

हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं। नौगांव और डामटा से पहुंची टीमों ने खाई में गिरे शवों को काफी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए सीएचसी नौगांव भेज दिया। पुलिस ने शवों का पंचनामा भर परिजनों को सूचना दे दी है। थानाध्यक्ष पुरोला मोहन सिंह कठैत ने बताया कि हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।

Advertisement

इस हादसे ने कुछ दिन पहले मोरी-नैटवाड़ रोड पर हुए एक अन्य सड़क दुर्घटना की भी याद दिला दी, जिसमें यूटिलिटी वाहन के खाई में गिरने से एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई थी और उसका पांच वर्षीय बेटा इलाज के दौरान दम तोड़ बैठा था। उस हादसे में कई अन्य लोग भी घायल हुए थे, जिन्हें देहरादून और पुरोला अस्पतालों में भर्ती कराया गया था।

Advertisement

इसी तरह 12 अप्रैल को टिहरी गढ़वाल जिले के देवप्रयाग थाना क्षेत्र में भी एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ था, जब एक थार एसयूवी बागवान क्षेत्र में अनियंत्रित होकर करीब 300 मीटर नीचे खाई में गिरकर अलकनंदा नदी में समा गई थी। उस घटना में पांच लोगों की मौत हो गई थी, जबकि केवल एक महिला ही जीवित बच पाई थी।

राज्य में लगातार हो रहे ऐसे सड़क हादसे न सिर्फ व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर रहे हैं, बल्कि लोगों की जान पर भी भारी पड़ रहे हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में सफर करते वक्त विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है ताकि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।

l

उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर सोमवार सुबह एक भीषण सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। हादसा उस वक्त हुआ जब विकासनगर से परचून का सामान लेकर उत्तरकाशी के मोरी जा रही एक पिकअप वाहन चामी क्षेत्र के समीप अचानक अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी और यमुना नदी में समा गई।

घटना सुबह करीब सात बजे की है। पिकअप वाहन (संख्या HP.17G 0319) जैसे ही चामी के पास पहुंचा, चालक का नियंत्रण वाहन से हट गया और वह सीधे नीचे खाई में जा गिरा। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि वाहन में सवार तीनों लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान वाहन चालक नौशाद (पुत्र नूर मोहम्मद, उम्र 25 वर्ष), परवीन जैन (पुत्र चमन लाल, उम्र 45 वर्ष) और अजय शाह (पुत्र बरगीनाथ, उम्र 30 वर्ष) के रूप में हुई है। तीनों उत्तराखंड के देहरादून जिले के जीवनगढ़, विकासनगर क्षेत्र के निवासी थे।

हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं। नौगांव और डामटा से पहुंची टीमों ने खाई में गिरे शवों को काफी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए सीएचसी नौगांव भेज दिया। पुलिस ने शवों का पंचनामा भर परिजनों को सूचना दे दी है। थानाध्यक्ष पुरोला मोहन सिंह कठैत ने बताया कि हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।

इस हादसे ने कुछ दिन पहले मोरी-नैटवाड़ रोड पर हुए एक अन्य सड़क दुर्घटना की भी याद दिला दी, जिसमें यूटिलिटी वाहन के खाई में गिरने से एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई थी और उसका पांच वर्षीय बेटा इलाज के दौरान दम तोड़ बैठा था। उस हादसे में कई अन्य लोग भी घायल हुए थे, जिन्हें देहरादून और पुरोला अस्पतालों में भर्ती कराया गया था।

इसी तरह 12 अप्रैल को टिहरी गढ़वाल जिले के देवप्रयाग थाना क्षेत्र में भी एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ था, जब एक थार एसयूवी बागवान क्षेत्र में अनियंत्रित होकर करीब 300 मीटर नीचे खाई में गिरकर अलकनंदा नदी में समा गई थी। उस घटना में पांच लोगों की मौत हो गई थी, जबकि केवल एक महिला ही जीवित बच पाई थी।

राज्य में लगातार हो रहे ऐसे सड़क हादसे न सिर्फ व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर रहे हैं, बल्कि लोगों की जान पर भी भारी पड़ रहे हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में सफर करते वक्त विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है ताकि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।

Advertisement