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उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले की लेखिका कंचन पंत निर्देशित फीचर फिल्म ‘डियर लतिका’ का प्रतिष्ठित जियो मामी मुंबई फ़िल्म फ़ेस्टिवल के लिए चयन हुआ है। उनकी फ़िल्म ‘फ़ोकस साउथ एशिया’ केटेगरी के अंतर्गत वर्ल्ड प्रीमियर के लिए चुनी गई है। आज मुंबई फ़िल्म फ़ेस्टिवल ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट के ज़रिए चयनित फिल्मों की सूची जारी की है।
फ़िल्म की निर्देशक कंचन पंत ने बताया कि एक निर्देशक के रूप में यह उनकी पहली फ़िल्म है। इसलिए यह उनके लिए एक बड़ा दिन है। वर्ल्ड प्रीमियर के बाद फ़ेस्टिवल के तहत फ़िल्म को मुंबई के अलग-अलग सिनेमा हाल्स में दिखाया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह विश्वभर की सिनेमाई हस्तियों से मिलने और फ़िल्म निर्माण के उनके अनुभव जानने का भी बहुत अच्छा मौका है। वह इस बात से बहुत उत्साहित हैं कि कनू बहल और अनुराग कश्यप जैसे फ़िल्म निर्देशकों के साथ उनकी फ़िल्म भी फ़ेस्टिवल में स्क्रीन की जाएगी। पिछले साल अल्मोड़ा में फ़िल्म की शूटिंग पूरी हुई और जब फ़िल्म अपने पोस्ट प्रोडक्शन के दौर से गुज़र रही थी तो फ़िल्म का चयन गोवा में आयोजित एनएफडीसी के फ़िल्म बाज़ार में भी हुआ था। वहाँ इस फ़िल्म को एनएफडीसी रिकमंड्स के तहत चुना गया था। फ़िल्म के एसोसिएट डाइरेक्टर और ज़ीरो शॉट्स के डायरेक्टर, लेखक उमेश पंत ने बताया कि यह उनके प्रोडक्शन हाउस ज़ीरो शॉट्स फ़िल्म्स की पहली फ़िल्म है इसलिए यह उनके लिए एक बहुत बड़ा मौका है। मामी जैसे मशहूर फ़िल्म फ़ेस्टिवल में चयन होने से उनकी पूरी टीम बहुत खुश है।
उन्होंने बताया कि फ़िल्म की शूटिंग पूरी तरह से उत्तराखंड में ही हुई है और फ़िल्म के ज्यादातर कलाकार उत्तराखंड मूल के ही हैं। डियर लतिका उत्तराखंड के परिवेश में बनी फ़िल्म है जिसे कंचन पंत ने लिखा भी है। फ़िल्म में हिमाचल की पल्लवी जसवाल और उत्तराखंड के मनीष डिमरी ने मुख्य भूमिका अदा की है। बालिका वधू और न आना इस देस लाडो जैसे लोकप्रिय धारावाहिकों के अलावा कई फिल्मों में काम कर चुकी सोनल झा ने भी फ़िल्म में अहम भूमिका निभाई है। उनकी एक फ़िल्म इसी वर्ष फ्रांस में होने वाले मशहूर कान फ़िल्म महोत्सव के लिए भी चुनी गई थी। मुंबई में बड़े फ़िल्मी सितारों के साथ काम कर रहे रजत सुखीजा भी मुख्य सहायक कलाकार के रूप में फ़िल्म में दिखेंगे। इसके अलावा मृत्युंजय, नरेश बिष्ट, गोपा नयाल, महिमा बिष्ट, मदन सिंह मेहरा जैसे कई उत्तराखंडी कलाकारों ने फ़िल्म में अदाकारी की है।
सिनेमॅटोग्राफर अजय एरॉन ने उत्तराखंड के परिदृश्य को बहुत खूबसूरती से फिल्माया है। मुंबई के सारंग कुलकर्णी ने फ़िल्म में संगीत दिया है। मशहूर गायिका प्रियंका बर्वे के साथ ही अनिर्बन चौधरी ने फ़िल्म के गानों को अपने स्वर दिए हैं जिन्हें उमेश पंत और मोहन आर्या ने लिखा है। कंचन ने बताया फ़िल्म में आप उत्तराखंड के कुमाऊँ अंचल के परिवेश को मौलिकता के साथ देख पाएंगे जो इससे पहले कम ही फिल्मों में देखने को मिला है। उत्तराखंड के रीति रिवाज़ों की झलक भी फ़िल्म में देखने को मिलेगी। यह फ़िल्म जियो मामी फ़िल्म फ़ेस्टिवल के तहत 28 अक्टूबर से 2 नवंबर के बीच थियेटर में पहली बार दर्शकों को देखने को मिलेगी। इस फ़िल्म की टीम को रेड कार्पेट में शामिल होने का मौका भी मिलेगा। दुनिया भर की हज़ार से ज़्यादा फिल्मों ने फ़ेस्टिवल के लिए एंट्री के लिए रजिस्टर किया था जिनमें से कुछ चुनिंदा फिल्मों को ही स्क्रीनिंग का मौका मिला है।
उमेश ने बताया कि उत्तराखंड फ़िल्म जगत के लिए यह एक खास मौका है क्योंकि इससे उत्तराखंड की संस्कृति और भूगोल को भारतीय और विश्व सिनेमा से जुड़ी बड़ी हस्तियां भी देखेंगी जिससे उत्तराखंड में फ़िल्म निर्माण को भी बल मिलेगा।